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5 आसान उपाय, जो दूर करेंगे पैरों से दुर्गंध आने की समस्या

Kajal Dubey
16 May 2023 5:19 PM GMT
5 आसान उपाय, जो दूर करेंगे पैरों से दुर्गंध आने की समस्या
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असल में, हमारे पैर बैक्टीरिया की ग्रोथ के लिए बेहतरीन जगह हैं। जब शरीर से पसीना और प्राकृतिक तेल सीबम निकलता है तो वह मोजे या जूते में सूखता रहता है। अगर इसे समय-समय पर साफ न किया जाए तो इसमें बैक्टीरिया की ग्रोथ तेज होने लगती है।
इसके अलावा, पैरों की गर्मी से इस ग्रोथ को और ज्यादा सपोर्ट मिलता है। नतीजतन, बैक्टीरिया के कारण ही पैरों से दुर्गंध आने लगती है। लेकिन कुछ मामलों में पैरों से दुर्गंध आने के पीछे ब्रोमोडोसिस जैसी मेडिकल समस्या भी हो सकती है। आइए ऐसे ही कुछ कारणों और उन्हें दूर करने के उपायों के बारे में जानते हैं।
1. पैरों में ज्यादा पसीना आना
जैसा कि, हम पहले बता चुके हैं कि जब पैरों से ज्यादा पसीना आता है तो, स्किन में बैक्टीरिया और फंगस की ग्रोथ बढ़ जाती है। जूते में यही नमी लाॅक रहती है और बैक्टीरिया पसीने और डेड स्किन सेल्स के साथ मिक्स हो जाता है। इसी वजह से पैरों से दुर्गंध आने की समस्या होती है।
इस स्थिति से बचने के लिए बेहतर है कि पैरों से नमी को दूर रखा जाए। रोज नए मोजे पहनें। सर्दियों के मौसम में पैरों से दुर्गंध आने की समस्या पहले से ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए मोटे वाले मोजे पहनना ज्यादा फायदेमंद होता है।
इसके अलावा, मेरिनो वूल से बने हुए मोजे पहनें। ये गर्म होने के साथ ही पसीना भी बहुत अच्छी तरह सोखते हैं। आप एंटी पर्सिपिरेंट का प्रयोग भी कर सकते हैं। ये पसीने को रोम छिद्रों से बाहर निकलने से रोक देते हैं।
2. पैरों के अंगूठे की न करें अनदेखी
ये फैक्ट है कि सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग पैरों को धोना कम कर देते हैं। इसकी वजह से, पैरों के अंगूठे के नाखून बढ़ते रहते हैं और उनमें गंदगी भरती चली जाती है। नमी, गंदगी, पसीना, डेड स्किन और धूल-मिट्टी आदि मिलकर बैक्टीरिया और फंगस को जन्म देती हैं। ये भी पैरों से दुर्गंध आने का एक कारण हो सकता है।
इस स्थिति से बचने के लिए उन कारणों को खत्म करना होगा जो, इसकी वजह बनते हैं। जैसे कि पैरों के अंगूठे के नाखून को काटते रहें और सफाई बनाए रखें। इसके अलावा, एक घरेलू उपाय और भी किया जा सकता है। ये उपाय पैरों को चाय के पानी से धोना है।
इस उपाय के लिए, उबलते पानी से थोड़ी सी चाय की पत्ती को डालकर उबलने दें। रंग गहरा काला होने पर उतार लें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। चाय के सामान्य हो चुके पानी में पैरों को कम से कम 30 मिनट के लिए डालकर रखें। ब्लैक टी में टेनिक एसिड पाया जाता है, जो दुर्गंध युक्त पैरों के उपचार में सहायता करता है।
3. लगातार एक ही जूते पहनना
हर रोज नए मोजे पहनने की जो बात पहले कही गई थी, वह जूतों पर भी लागू होती है। ये बात समझी जा सकती है कि रोज नए जूते पहनने का खर्च जेब पर बहुत भारी पड़ने वाला है। लेकिन ये तो किया जा सकता है कि दो जोड़ी जूते रखे जाएं और उन्हें एक दिन छोड़कर दूसरे दिन पहना जाए।
हमारे शरीर की हेल्थ को मेंटेन रखने में पैरों की सेहत का बड़ा रोल है। इसलिए हमें बाकी शरीर के साथ ही पैरों की ग्रूमिंग और देखभाल के लिए भी थोड़ा समय निकालना ही चाहिए।
मसलन, गर्म पानी से नहाते समय पैरों की डेड और ड्राई स्किन को प्यूमिस स्टोन या किसी खुरदुरी चीज से घिसकर साफ किया जा सकता है। इसके अलावा, पैरों की अंगुलियों के बीच के हिस्से को भी साफ रखें। वरना इनमें भी जोक इच या एथलीट फुट आदि की समस्या होने की संभावना बनी रहती है।
4. जूतों का ख्याल न रखना
फुट केयर के साथ ही जूतों की देखभाल करना भी बहुत जरूरी है। भले ही आप उन्हें एक दिन छोड़कर दूसरे दिन पहनने का फैसला कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी जूतों की देखभाल करना बहुत आवश्यक है। इसकी अनदेखी करने पर न तो दुर्गंध आना कम होगी और न ही पैरों में समस्या होना कम होगी।
जूतों की केयर के लिए, जूते में एंटी फंगल स्प्रे का प्रयोग किया जा सकता है। इसे जूतों के अंदर स्प्रे किया जा सकता है। इसके अलावा, जूतों के अंदर के हिस्सों में थोड़ी मात्रा में बेकिंग सोडा छिड़का जा सकता है। ये दोनों ही नुस्खे वाकई कमाल का काम करते हैं। इससे जूतों में दुर्गंध आने की समस्या लंबे समय तक नहीं होती है।
5. पैरों को आराम न देना
पैर हमारे शरीर का बहुत जरूरी अंग हैं। ये पूरे शरीर का भार उठाने में मदद करते हैं। लेकिन क्या वाकई हम कभी उनके इस महत्व को समझ पाते हैं, शायद नहीं।
पैरों से दुर्गंध आने की समस्या के पीछे बड़ा कारण पैरों की लगातार अनदेखी भी है। जबकि, पैरों की स्किन का ख्याल रखना फेस केयर या चेहरे की देखभाल से कम जरूरी काम नहीं है।
पैरों की नियमित देखभाल के लिए हफ्ते में कम से कम एक बार पैरों को फुट वाॅश जरूर दें। होममेड फुटवाॅश के लिए, हल्के गर्म पानी में एक चम्मच नमक और आधा नींबू निचोड़ दें। इस मिश्रण में पैरों को 30 मिनट तक डालकर रखें।
नींबू में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटीफंगल गुण न सिर्फ बैक्टीरिया को मारते हैं। बल्कि स्किन को भी हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। वहीं नमक में एल्केलाइन या क्षार के गुण पाए जाते हैं। नमक डेड स्किन को हटाने और बैक्टीरिया की ग्रोथ को दोबारा पनपने से रोकने में मदद करता है।
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