चामुंडा। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ चामुंडा में लोक निर्माण विभाग की ओर से चामुंडा मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य अब जोरों-शोरों से किया जा रहा है। जिसे विभाग की ओर से पूरा करने के लिए एक साल का लक्ष्य रखा गया है। हांलाकि इससे पहले मंदिर के कार्य को शुरू करने …
चामुंडा। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ चामुंडा में लोक निर्माण विभाग की ओर से चामुंडा मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य अब जोरों-शोरों से किया जा रहा है। जिसे विभाग की ओर से पूरा करने के लिए एक साल का लक्ष्य रखा गया है। हांलाकि इससे पहले मंदिर के कार्य को शुरू करने के लिए मंदिर की साइट ही उपलब्ध नहीं करवाई जा रही थी, जिससे कार्य को शुरू करने में देरी हुई है। साइट मिलने के बाद कार्य को शुरू कर दिया गया है, जिसके चलते गर्भगृह के खंभों को खड़ा कर दिया गया है। जिसके बाद फ्लोङ्क्षरंग का काम किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग को चामुंडा मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए मार्च 2023 में कार्य को अवार्ड किया गया था। जो करीब एक करोड़ 91 लाख से पूरा किया जाना है। लेकिन मार्च 2024 पहुंच गया है, लेकिन पहले निर्धारित लक्ष्य के तहत कार्य समाप्त नहीं हो पाया है। अब नए लक्ष्य निर्धारित कर कार्य पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विभाग की ओर से गर्भगृह, हॉल, परिक्रमा, गुंबद और शिखर शामिल है। यह कार्य मंदिर के 213.88 वर्ग मीटर में किया जा रहा है। जिसके लिए विभाग को अभी तक 30 लाख रुपए डिपोजिट किया गए है। मंदिर के सौंदर्यीकरण का डिजाइन एनआईटी हमीरपुर में तैयार किया गया है। डिजाइन के तैयार होते ही कार्य को शुरू कर दिया गया था, जिसके लिए एशियन डेवलेपमेंट बैंक की ओर से विभाग को दो करोड़ के करीब की राशि अवार्ड की गई है। मंदिर का नया भव्य गर्भगृह-गुबंद पांच करोड़ में बनकर तैयार होना तय है। श्रीचामुंडा मंदिर में नया गर्भगृह व 61 फुट का भव्य गुबंद तैयार किया जा रहा है। उधर, लोक निर्माण विभाग धर्मशाला उपमंडल के सहायक अभियंता धशमेंद्र सिंह पाल ने बताया कि मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य को पूरा करने के लिए एक साल का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए दो करोड़ के करीब राशि अवार्ड की गई है।