रोहडू। रोहडू उपमंडल कई माह बाद बारिश व हल्का हिमपात क्या हुआ कि बागबानों के मायूस चेहरों में भरपूर खुशी लोट आई है। सूखे की सिथित बनने से इस बार बागबानों ने सेब की फसल होने की उम्मीद तो लगभग खो ही दी थी। हालांकि ये हिमपात अभी नाकाफी है, लेकिन मौसम की इस करवट …
रोहडू। रोहडू उपमंडल कई माह बाद बारिश व हल्का हिमपात क्या हुआ कि बागबानों के मायूस चेहरों में भरपूर खुशी लोट आई है। सूखे की सिथित बनने से इस बार बागबानों ने सेब की फसल होने की उम्मीद तो लगभग खो ही दी थी। हालांकि ये हिमपात अभी नाकाफी है, लेकिन मौसम की इस करवट से अब बागबानों को सेब की अच्छी फसल की उम्मीद बंध गई है। काफी समय से सुखा होने से जगह जगह आग लगने से वातावरण धुएं में बदल गया था। इतना अधिक धुआं हो गया था कि लोगों को सांस लेना भी कठिन हो गया था, लेकिन अब इस मौसम की करवट से दूषित हो रहे वातावरण से लोगों को मुक्ति मिलेगी। सूखा होने से बागबान जमीन में तोलिए तक नही बना पा रहे थे। वहीं, हर साल लाखों सेब की नर्सरियां प्रदेश में लगती है। नर्सरी लगाने के लिए बारिश का बागबान बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बागबानी एसएमएस संजय चौहान ने बताया कि यह बारिश संजीवनी से कम नहीं है।