शिमला। शहर के सोलह मील स्थित डिग्री कालेज की इमारत के ठीक नीचे पांच मंजिला भवन गिरने के कारण अब डिग्री कालेज की पांच मंजिला इमारत को भारी खतरा बन गया है। कालेज की इमारत में पांच से छह इंच की दरारें आ गई हैं। कालेज प्रशासन का कहना है कि यह दरारें काफी पहले …
शिमला। शहर के सोलह मील स्थित डिग्री कालेज की इमारत के ठीक नीचे पांच मंजिला भवन गिरने के कारण अब डिग्री कालेज की पांच मंजिला इमारत को भारी खतरा बन गया है। कालेज की इमारत में पांच से छह इंच की दरारें आ गई हैं। कालेज प्रशासन का कहना है कि यह दरारें काफी पहले से शुरू हो गई हैं। हर रोज यह दरारें एक से दो इंच बढ़ती जा रही हैं। दरारों को मापने के लिए कालेज प्रशासन ने यहां पर पैमाना भी लगाया है। इससे कालेज प्रशासन को यह साफ हो गया था कि कालेज की दरारें बढ़ रही है। इसके लिए कालेज प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को भी सूचना दी थी और शनिवार को पीडब्ल्यूडी विभाग ने इस कालेज का दौरा भी किया है। गनीमत है कि इन दिनों कालेज में छुट्टियां चल रही हैं।
ऐसे में यहां पर कोई विद्यार्थी नहीं आ रहे हैं, लेकिन यहां पर कालेज के कर्मचारी और अधिकारी हर रोज अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इमारत के गिरने के बाद कालेज के अधिकारियों और कर्मचारियों ने कालेज में जाना बंद कर दिया है। हालांकि कालेज का सारा सामान अभी इमारत के अंदर ही है। फिलहाल अभी यहां का दौरा जियोलॉजिकल टीम भी करेगी, उसके बाद ही तय होगा कि इमारत को कितना खतरा पनप रहा है और कालेज को भी खाली किया जाना है या नहीं। बता दें कि यह कालेज अभी कुछ साल पहले ही बनकर तैयार हुआ है और हाल ही में यहां कक्षाएं शुरू की गई थी। स्थानीय लोगों की मानें तो कालेज के ऊपर वाले क्षेत्र में पेड़ भी गिर रहे हैं और जंगलों में दरारें भी आई हैं। ऐसे में यदि एक बार फिर से मूसलाधार बारिश होती है तो यह पूरी पहाड़ी के साथ सडक़ के नीचे बने भवनों को भी खतरा हो सकता है।