1993 Tragedy : वडोदरा की सुरसागर झील में नाव पलटी, 22 की मौत
गुजरात : वडोदरा के हरणी स्थित मोटनाथ झील में बड़ा हादसा हो गया। वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चों ने मोटनाथ झील का भ्रमण किया. जहां नौकायन के दौरान क्षमता से अधिक बच्चों को नाव में बिठाकर झील के चारों ओर घुमाया गया. इसी दौरान अचानक नाव पलटने से 23 छात्र और 4 शिक्षक …
गुजरात : वडोदरा के हरणी स्थित मोटनाथ झील में बड़ा हादसा हो गया। वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चों ने मोटनाथ झील का भ्रमण किया. जहां नौकायन के दौरान क्षमता से अधिक बच्चों को नाव में बिठाकर झील के चारों ओर घुमाया गया. इसी दौरान अचानक नाव पलटने से 23 छात्र और 4 शिक्षक डूब गये. इस घटना में कुल 15 लोगों की मौत हो गई है.
दो शिक्षकों और 13 बच्चों की मौत की खबर है
दो शिक्षकों और 13 बच्चों की मौत की खबर है. हालांकि, बाकी बच्चों और शिक्षकों को अग्निशमन विभाग ने बचा लिया। इस घटना के बाद 1993 में वडोदरा की सूरसागर झील में हुए हादसे की याद ताजा हो गई है. वर्ष 1993 में जन्माष्टमी के दिन सूरसागर झील में नौकायन प्रारम्भ किया गया था। उस वक्त 20 लोगों की क्षमता वाली नाव में 38 लोग बैठे थे. इस वजह से नाव पलटने से 17 परिवारों के 22 लोगों की मौत हो गई.
17 परिवारों के 22 मृतकों को 1.39 करोड़ का मुआवजा
इस घटना में सुप्रीम कोर्ट ने 17 परिवारों के 22 मृतकों को 1.39 करोड़ मुआवजा देने का आदेश दिया था. इस मामले में संघर्ष करने वाले पीवी मुरजानी के 17 साल के संघर्ष के बाद मृतकों के परिजनों को 20 हजार रुपये दिये गये. नगर पालिका को 1.39 करोड़ का भुगतान करने का आदेश दिया गया। जिसके बाद मु.निगम को मुआवजा राशि का भुगतान किया गया। फिर 2010 में वडोदरा निगम की ओर से बोटिंग की सुविधा शुरू की गई, लेकिन तब भी दो नगरसेवकों समेत तीन लोगों के नाव पर चढ़ने के दौरान झील में गिरने के बाद यह सुविधा बंद कर दी गई थी. जिसे 2022 में दोबारा शुरू किया गया.