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'तुमसे ना हो पाएगा...', कहां गया 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का वो एक्टर
Manish Sahu
30 Aug 2023 4:29 PM GMT
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मनोरंजन: बॉलीवुड की फिल्मों के कुछ डायलॉग इतने मशहूर हो जाते हैं कि हम उन्हें अपनी जिंदगी में गए बगाहे यूज कर ही लेते हैं. फिल्म शोले के डायलॉग 'कितने आदमी थे' या 'होली कब है' हो या शाहरुख की फिल्म डीडीएलजे का डायलॉग 'बड़े-बड़े शहरों में छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं', ये डायलॉग अक्सर लोगों की जुबान पर आ ही जाते हैं. बॉलीवुड की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का भी एक डायलॉग इतना ही सुपरहिट हुआ कि इस डायलॉग को बोलने वाले कलाकार को काफी प्रसिद्ध में मिली, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि वह कलाकार अपनी जिंदगी को खत्म करने तक के लिए तैयार हो गया. आज हम आपको इस कलाकार के अर्श से लेकर फर्श तक के सफर के बारे में बताएंगे.
फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' दर्शकों के बीच खासी लोकप्रिय फिल्म रही. इस फिल्म का सीक्वल भी बना और उसे भी उतना ही पसंद किया गया. आपको शायद याद ही होगा कि इस फिल्म में एक डायलॉग था 'तुमसे ना हो पाएगा'. जिसको अक्सर हम अपनी जिंदगी में बोलते भी जाते हैं. यह डायलॉग बोला था फिल्म में अभिनय करने वाले तिग्मांशु धूलिया ने सत्यकाम आनंद से कहा था. यानी पर्दे पर बना बाहुबली विधायक का नालायक बेटा.
इस डायलॉग की वजह से ही सत्यकाम को खासी प्रसिद्धि मिली थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ की सत्यकाम बॉलीवुड से गायब ही हो गए. सत्यकाम को इस डायलॉग से जितना फेम मिला उतना ही उनकी जिंदगी बाद में मुश्किलों से घिर गई.
एक इंटरव्यू के दौरान सत्यकाम का ये दर्द छलक पड़ा. उन्होंने अपनी परेशानियों को साझा करते हुए कहा कि एक समय ऐसा आया कि उनके पास बॉलीवुड में कोई काम नहीं था. इसके बाद उन्होंने खुद की जान देने तक के बारे में सोच लिया था.
फिर उनकी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने अपने मन से ये ख्याल निकाल दिया. एक्टर ने बताया कि उनके सामने ही खत्म हुए एक शख्स के परिवार की हालात देख उन्हें बहुत बुरा लगा और फिर उन्होंने हालातों से लड़ने की हिम्मत जुटा ली.
एक्टर ने बताया कि इसके बाद मेरी मुलाकात अनुराग कश्यप से हुई और इस मुलाकात से उन्हें एक बार फिर जिंदगी जीने की उम्मीद मिल गई. उन्होंने फिल्म 'धड़क' में अभिनय किया और उनके हालात कुछ सुधर गए.
सत्यकाम ने बताया कि बिहार का होने की वजह से उन्हें कम नहीं मिल रहा था, जिसके चलते वह डिप्रेशन में चले गए थे. हालात ऐसे हो गए थे कि उन्हें अस्पताल में एडमिड तक होना पड़ा था. हालांकि, फिल्म 'धड़क' में काम मिलने के बाद उनके हालात कुछ सुधारे. सत्यकाम ने अभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी है और वह अपनी मेहनत के दम पर बॉलीवुड में काम करने की कोशिश कर रहे हैं.
Manish Sahu
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