: हिंदुस्तान के गांव और छोटे शहरों को कहानियों पर कई फिल्में बनी हैं. लेकिन इनमें से कुछ ही फिल्में ऐसी हैं जिन्होंने ग्रामीण हिंदुस्तान को ठीक ढंग से दर्शाया है. ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स‘, जिसका ट्रेलर आज लॉन्च हुआ है, बुंदेलखंड के चंदेरी शहर में स्थित पांच कहानियों पर आधारित है. ट्रेलर देखकर दर्शकों के मन यह विश्वास ज़रूर पैदा होता है कि फिल्म के मेकर्स ने ग्रामीण हिंदुस्तान को उसके वास्तविक रूप में दर्शाया है. फिल्म की विशेषता यह भी है कि यह किसी सेट पर नहीं बुंदेलखंड के विभिन्न हिस्सों में फिल्मायी गयी है. फिल्म में बृजेंदर काला, उमेश बाजपेई,सागर वाही,पुरवा पराग,मानी सोनी और रवि चौहान लीड रोल्स में नजर आएंगे.
असल लोकेशन की शूट करने के महत्व को समझाते हुए निर्देशक संजोय भार्गव कहते हैं, “सेट पर बनी फिल्में कभी सच्ची या ‘रीयल‘ नहीं लगतीं. आप जितनी भी प्रयास कर लें पर एक असल स्थान को आप सेट पर रीक्रिएट नहीं कर सकते. जब दर्शक किसी शहर या गांव को एक फिल्म में देखें, तो उन्हें लगना चाहिए की वे स्वयं वहां पहुंच गए हैं. उस स्थान की खुशबू लोगों तक पहुंचनी चाहिए । मेरा हमेशा से मानना रहा है कि गांव शहरों से कहीं अधिक खूबसूरत होते हैं. गांव में शहरों की तरह भीड़ और प्रदूषण नहीं होता. जो शाँति ग्रामीण हिंदुस्तान में मिलता है वह और कहीं नहीं मिलता.”
चंदेरी एक छोटा सा शहर है जो हमेशा से अपने ऐताहासिक स्तम्भों के लिए जाना गया है. भव्य जैन मंदिरों के अतिरिक्त चंदेरी अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है । चंदेरी चरों तरफ से खूबसूरत पहाड़ों से घिरा हुआ है और यह सारी चीज़ें इस शहर के खूबसूरती में वृद्धि लाती हैं.फिल्म में दर्शायी गयी पांचों कहानियां चंदेरी कसबे में फिल्मायी गयी हैं.
निर्देशक संजोय भार्गव आगे कहते हैं, “फिल्म की पांच अलग – अलग कहानियां से दर्शक चंदेरी के विभिन्न रूपों से रूबरू हो पाएंगे । इस छोटे से शहर में बहुत सारी अनोखी चीज़ें हैं. जो एक बार चंदेरी आता है वह कभी इसे भूल नहीं पाता. हमारी फिल्म ग्रामीण हिंदुस्तान के अलग – अलग पहलुओं को उजागर करती है. शहर और जिले के प्रशासन ने हमारी बहुत सहायता की और इसके लिए हम उनके आभारी हैं. शूटिंग के दौरान हमें किसी भी तरह की कठिनाई या अड़चन का सामना नहीं करना पड़ा.“
‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स‘ एक स्त्री प्रधान फिल्म है जो स्त्रियों से जुडी कई समस्याओं को उजागर करती है. यह फ़िल्म हिंदुस्तान के कई जरूरी अभियान जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘ और ‘स्वच्छ हिंदुस्तान अभियान‘ के बारे में भी जागरुकता पैदा करती है. सिनेमघरों में फ़िल्म देखने जाने वाले दर्शकों को हर शो में लकी ड्रॉ में हिस्सा ले कर स्मार्ट टी वी, स्मार्टफोन, साइकल और होम सिनेमाघर सिस्टम जैसे आकसरशक उपहार जीतने का मौका मिलेगा.