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देवरकोंडा ने पुरी की अगली फिल्म जन गण मन भी न करने का फैसला किया है.
यह बात बिल्कुल सही है कि कामयाबी के सौ दावेदार होते हैं लेकिन नाकामी के साथ कोई खुद को नहीं जोड़ना चाहता. बीते शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई लाइगर का साउथ और नॉर्थ में क्या बुरा हाल हुआ, अब सबको पता है. फिल्म की रिलीज से पहले जहां सितारे, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर एक-दूसरे के गले में बांहें डाले बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे, मगर फिल्म फ्लॉप होते ही उनके बीच मतभेद की चर्चाएं मीडिया में हैं. बात यहीं तक नहीं रुकी, जिस पूर्व वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर माइक टाइसन को फिल्म में स्पेशल रोल के लिए लिया गया था, वह भी फिल्म को भूल चुके हैं. जबकि उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए 25 करोड़ रुपये लिए हैं.
मुझे कुछ याद नहीं
खबर है कि इस अमेरिकी चैंपियन बॉक्सर को फिल्म के क्लाइमेक्स में दिखने के लिए निर्माताओं ने 25 करोड़ रुपये (करीब 31 लाख डॉलर) चुकाए हैं. जबकि जिस तरह से माइक टाइसन को फिल्म के क्लाइमेक्स में हीरो विजय देवरकोंडा से कॉमिक अंदाज में पिटते दिखाया गया, उसकी तमाम फिल्म समीक्षकों ने आलोचना की है. दर्शक भी टाइसन को देखकर खुश नहीं हुए. असल में मेकर्स ने सोचा था कि माइक टाइसन का फिल्म में होना, दर्शकों को पैसा वसूल अनुभव लगेगा. मगर ऐसा नहीं हुआ. मजे की बात यह है कि 25 करोड़ रुपये लेने वाले माइक टाइसन का एक पुराना, पिछले साल का वीडियो इन दिनों वायरल है, जिसमें वह एक पॉडकास्ट के लिए रिकॉर्डिंग कर रहे हैं. जब उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने अभी-अभी एक बॉलीवुड फिल्म लाइगर में काम किया है, क्या कहेंगे. तो माइक कहते हैं कि क्या लाइगर. मुझे तो कुछ याद नहीं. मुझे याद दिलाइए. साथ ही वह एक भद्दा शब्द और बोल देते हैं.
करण जौहर ने कहा था, ना
इस वीडियो के बाद खबरें आ रही हैं कि लाइगर के निर्माता-निर्देशक के बीच भी मुद्दे पर सहमति नहीं थी. खबरों की मानें तो निर्देशक पुरी जगन्नाथ के बहुत दबाव डालने पर निर्माता करण जौहर माइक टाइसन को क्लाइमेक्स में लेने पर राजी हुए थे. उन्हें शुरू से विश्वास था कि टाइसन के फिल्म में होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसलिए वह लाइगर में माइक टाइसन को लेने का विरोध कर रहे थे. एक्टर विजय देवरकोंडा ने भी पुरी जगन्नाथ से कहा था कि हमें बॉलीवुड फिल्म में टाइसन की जरूरत नहीं है. मगर पुरी जगन्नाथ नहीं माने. अब मीडिया में सुर्खियों में है कि पुरी जगन्नाथ की जिद की वजह से निर्माताओं को बड़ा घाटा हो गया.
रास्ते हुए अलग
एक और खबर यह भी है कि लाइगर की नाकामी से विजय देवरकोंडा भी बुरी तरह आहत हैं. उन्हें लग रहा था कि इस बॉलीवुड डेब्यू से वह रातोंरात पैन-इंडिया स्टार बन जाएंगे. मगर फिल्म जितनी खराब बनी है, उससे उनका पुराना स्टारडम भी झटके खा गया. खबर है विजय देवरकोंडा और पुरी जगन्नाथ के बीच फिलहाल बातचीत बंद है और देवरकोंडा ने पुरी की अगली फिल्म जन गण मन भी न करने का फैसला किया है.
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