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मेरी मृत्यु पर आपका अधिकार होगा मेरे जीवन का अर्थ पूरा होगा, जब घर-घर में आपका सत्कार होगा।
अक्टूबर का महीना है और दीवाली का मौका। जगह-जगह राम नाम सुनाई दे रहा है। कलर्स चैनल पर भी इसकी गूंज सुनाई दी। जब रामानंद सागर निर्मित 'रामायण' के राम और सिया 'झलक दिखला जा 10' के मंच पर नजर आए। यहां दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल की जोड़ी ने अपनी आवाज से पुरानी यादें ताजा कर दीं। जजेस, कंटेस्टेंट्स और दर्शकों को उसी दौर में ले गए, जब लोग उन्हें असल में भगवान समझने लगे थे। डांस रियलिटी के जारी प्रोमो में दोनों ही कलाकारों ने अपने-अपने किरदार में एक-दूसरे को ऐसा वचन दिया, जिसे देख और सुनकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी।
'झलक दिखला जा 10' (Jhalak Dikhla Jaa 10) ने पूरे पांच साल बाद छोटे पर्दे पर वापसी की है। इसे अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है। दमदार कंटेस्टेंट्स से भरे इस शो को माधुरी दीक्षित, करण जौहर और नोरा फतेही जज कर रहे हैं। अब इसके 'दिवाली स्पेशल वीक' में अरुण गोविल (Arun Govil) और दीपिका चिखलिया (Deepika Chikhlia) पति और पत्नी की जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाने के लिए आए।
दीपिका चिखलिया ने खुद को बताया 'दासी'
सीता के किरदार में ढली दीपिका लाल साड़ी में लिपटी आते ही राम बने अरुण गोविल का पैर छूने के लिए नीचे झुकती हैं। तभी उनको वह रोक लेते हैं और पूछते हैं कि ये क्यों? फिर वह जवाब देती हैं- मां ने कहा, अब आप ही मेरे परमेश्वर हैं और मैं आपकी दासी। अरुण कहते हैं- मां का उपदेश तो सुन लिया, अब मेरा एक उपदेश सुनोगी? दीपिका जवाब देती हैं- कहिए ना, मैं तो आपकी दासी हूं।
अरुण गोविल ने किया दीपिका चिखलिया से वादा
'राम' कहते हैं- मेरा पहला उपदेश ये है कि तुमको मेरी दासी बनकर नहीं रहना है। मेरी पत्नी, मित्र, अर्धान्गिनी और साथी बनकर मेरे साथ चलना है। मेरे हर अच्छे काम में मेरा साथ देना है। कभी मैं मार्ग से भटक जाऊं तो उसमें मेरा साथ देना है। एक अच्छे मित्र और अच्छे साथी का यही कर्तव्य होता है। इसके बाद वह उन्हें एक भेंट के रूप में वचन देते हैं कि उनकी लाइफ में सिर्फ वही एक रानी और पत्नी होंगी। फिर दीपिका भी उनको वचन देती हैं कि मेरे जीवन पर आपका अधिकार होगा। मेरी मृत्यु पर आपका अधिकार होगा मेरे जीवन का अर्थ पूरा होगा, जब घर-घर में आपका सत्कार होगा।
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