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हिमा कोहली की पांच सदस्यीय संविधान पीठ उन याचिकाओं पर दलीलें सुन रही है, जिनमें समलैंगिक विवाह को वैधता प्रदान करने का अनुरोध किया गया है।
अभिनेत्री कंगना रनौत ने समलैंगिक विवाह को समर्थन देने हुए कहा है कि जब लोगों के दिल एक होते हैं, तो उनकी प्राथमिकताएं मायने नहीं रखतीं। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेत्री ने विवाह को ‘‘प्रेम का बंधन'' बताया।
रनौत ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘विवाह प्रेम का बंधन है। जब लोगों के दिल एक होते हैं, तो उनकी क्या प्राथमिकताएं हैं, हम उसके बारे में क्या कह सकते हैं?'' ‘सिमरन' फिल्म के सह-लेखक अपूर्वा असरानी ने ऐसे समय में ‘‘विवाह की समानता'' पर बात करने के लिए रनौत को धन्यवाद दिया, जब अधिकतर फिल्मी कलाकार इस बारे में बात करने से कतराते हैं। असरानी ने अपने समलैंगिक होने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार की है।
असरानी ने ट्वीट किया, ‘‘ ‘उदार' मीडिया द्वारा ‘बहिष्कृत' किसी व्यक्ति को अपनी राय रखने का अधिकार नहीं है? भले ही उसका बयान मानवीय, साहसी और सामयिक हो? कंगना रनौत विवाह की समानता को लेकर बोलती हैं, जिस पर ज्यादातर फिल्मी सितारे बात करने से कतराते रहे हैं।''
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस एस के कौल, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस हिमा कोहली की पांच सदस्यीय संविधान पीठ उन याचिकाओं पर दलीलें सुन रही है, जिनमें समलैंगिक विवाह को वैधता प्रदान करने का अनुरोध किया गया है।
Neha Dani
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