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कलाकार : दिव्या दत्ता, मुकुल देव, देव शर्मा, समीक्षा भटनागर, दीपराज राणा, युगांत बदरी पांडे, अरुण बक्शी, लिलिपुट
निर्माता व निर्देशक : के. एस. मल्होत्रा
संगीत : विनय विनायक और संदीप सक्सेना
समयावधि: 105 मिनट
रेटिंग : 4 स्टार
सस्पेंस-थ्रिलर फ़िल्मों की दुनिया में आपको अपनी अपकमिंग फिल्म 'अंत द एंड' से चौंकाने आ रही हैं निर्माता और निर्देशक के. एस. मल्होत्रा. उनकी इस फिल्म को देखकर आप एक पल के लिए हैरान रह जाएंगे, क्योंकि यह रोमांच और थ्रिलर से भरपूर है.
'अंत द एंड' की कहानी जेल से भागे एक सजायाफ़्ता क़ैदी के इर्द-गिर्द घूमती है. जेल से भागने के बाद ये क़ातिल कैसे लोगों की ज़िंदगी में कहर ढहाने लगता है, इसे एक सस्पेंस-थ्रिलर फ़िल्म के तौर पर फ़िल्म के निर्देशक के. एस. मल्होत्रा ने बख़ूबी पेश किया है.
लगभग पौने दो घंटे की यह फ़िल्म शुरुआत से लेकर अंत तक दर्शकों को बांधे रखती है और फ़िल्म का रोमांच और सस्पेंस दर्शकों को अपनी सीट से हिलने नहीं देता है. निर्देशक के. एस. मल्होत्रा ने फ़िल्म की कहानी के ताने-बाने को कुछ इस अंदाज़ में बुना है कि यह फ़िल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, वैसे ही दर्शकों की उत्सुकता बढ़ती चली जाती है कि अब आगे और क्या-क्या होनेवाला है और यही इस फ़िल्म की सबसे बड़ी कामयाबी भी है.
फ़िल्म में दिव्या दत्ता, मुकुल देव, देव शर्मा, समीक्षा भटनागर, दीपराज राणा, युगांत बदरी पांडे, अरुण बक्शी, लिलिपुट सभी ने अपने-अपने किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है. मगर हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म 'धूप छांव' में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीतनेवाली और टेलीविजन इंडस्ट्री की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनानेवाली समीक्षा भटनागर विशेष रूप से अपनी ओर ध्यान आकर्षित करती हैं. फ़िल्म में उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया है और बता दिया है कि चाहे टीवी शोज़ या फिर फ़िल्में, वो दोनों ही माध्यम में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीतने की क़ाबिलियत रखती हैं.
अगर हिंदी सिनेमा का इतिहास देखा जाए तो एक से बढ़कर एक सस्पेंस-थ्रिलर फ़िल्मों का नाम लिया जा सकता है. ऐसी ही उम्दा फ़िल्मों में 'अंत द एंड' का भी नाम लिया जा सकता है. इस शुक्रवार यानि कि 11 नवंबर को देश के तमाम सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही इस फ़िल्म का आप भी ज़रूर लुत्फ़ उठाएं.
Admin4
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