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इंटरनेट ने डाकिये का काम किया कम या नाक में किया दम, वायरल वीडियो में बता रहे हैं अनुपम खेर

Neha Dani
25 Aug 2022 7:03 AM GMT
इंटरनेट ने डाकिये का काम किया कम या नाक में किया दम, वायरल वीडियो में बता रहे हैं अनुपम खेर
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क्योंकि मेरे लिए तो ये वास्तव में बेहद ज्ञान की बात है, जो आज आपने बताई है।

एक समय था, जब घर की गली के बाहर से डाकिये को आता हुआ देख लगभग हर एक शख्स के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ने लगती थी, फिर चाहे हमारे लिए चिट्ठी आई हो या नहीं। समय के पहियों के घूमने के साथ अब गलियों में साइकिलों पर दौड़ते डाकिये को देख अब वह ललक कम ही देखने को मिलती है, क्योंकि कहीं न कहीं लोगों का मानना है कि एक जगह से दूसरी जगह पर संदेश भेजने के अरसों पुराने माध्यम, पोस्ट ऑफिस के पास अब वह काम नहीं बचा, जिसके लिए वास्तव में पोस्ट ऑफिस और पोस्टमैन को पहचान मिली थी।





भले ही टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हर दिन आगे बढ़ते भारत में सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगा है। इसके बावजूद देश के डाकिये आज भी अपना किरदार बखूबी निभाते चले जा रहे हैं। इस बात को उठाया है मोटिवेशनल स्पीकर और दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने, जिनका एक पोस्टमैन के साथ वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संचार मंत्रालय के राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान द्वारा कू प्लेटफार्म पर इस वीडियो को पोस्ट करने के साथ ही मंत्री ने अनुपम खेर को इंडिया पोस्ट की अहमियत लोगों को समझाने के लिए धन्यवाद कहा है-



दरअसल अनुपम खेर ने उत्तराखंड में पिछले दो वर्षों से डाकिये का जिम्मा बखूबी निभा रहे देशराज सिंह रावत से गुफ्तगू की है, जो कि उत्तरकाशी जिले के मूरी ब्लॉक से ताल्लुक रखते हैं।

घर-घर पहुंचाते हैं आधार कार्ड, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड

वीडियो में अनुपम खेर को कहते हुए सुना जा सकता है कि आज मैं देशराज जी के साथ हूँ। देशराज जी जाटोक पोस्ट ऑफिस में पोस्टमैन हैं। इसके बाद वे पोस्टमैन से पूछते हैं कि मैं सोच रहा था, आजकल एसएमएस या बात कर लेने आदि के माध्यम से लोग एक-दूसरे तक अपनी बात पहुँचा देते हैं, फिर पोस्ट मास्टर या पोस्टमैन का आजकल क्या महत्व है?

इस पर देशराज जी ने कहा कि पोस्टमैन का बहुत महत्व है। हमारे द्वारा जरूरतमंद लोगों, जैसे वृद्ध तथा विकलांग लोगों को सेवा दी जाती है। पहले के समय में आधार कार्ड, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड तो होते नहीं थे, लेकिन आज के समय में इसका महत्व बढ़ा है और हर घर में ये कार्ड्स उपलब्ध होते हैं। ये तमाम कार्ड्स पोस्ट ऑफिस के माध्यम से ही जाते हैं, जिन्हें हम घर-घर जाकर लोगों को पहुँचाते हैं।

गलतफहमी में हैं लोग, कम नहीं हुआ है, बढ़ गया है काम

इसके बाद अनुपम कहते हैं कि आम जनता को यह लगता है कि अब डाकिये का काम खत्म हो गया है। लेकिन आप बता रहे हैं कि काम बढ़ गया है। इस पर देशराज जी कहते हैं कि कम होने के बजाए हमारा काम बढ़ चुका है। हम अब गाँवों में घर-घर जाकर लोगों को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू की गई अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री रक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के बारे में भी समझाते हैं। इतना ही नहीं, लोगों को इससे बहुत लाभ पहुँचा है। लाखों की पॉलिसी का जरूरतमंद लाभ उठाते हैं।

पोस्ट ऑफिस के माध्यम से लोगों को इन तीनों ही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाती है। साथ ही आरपीएलआई और पीएलआई आदि जैसी तमाम योजनाएँ, जो भारत सरकार द्वारा समाज के लिए लागू की गई हैं, उन्हें हम भली-भाँति लोगों तक पहुँचाते हैं।

अनुपम ने की सराहना
जैसे कि आपको अन्य लोगों को इन योजनाओं के बारे में समझाना होता है, तो आपको काफी ज्ञान हो चुका है योजनाओं का। यह वाकई में सराहनीय है, क्योंकि मेरे लिए तो ये वास्तव में बेहद ज्ञान की बात है, जो आज आपने बताई है।
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