मनोरंजन

करप्ट सिस्टम में ईमानदार पुलिसवाला कैसे करेगा सर्वाइव

Manish Sahu
27 July 2023 9:07 AM GMT
करप्ट सिस्टम में ईमानदार पुलिसवाला कैसे करेगा सर्वाइव
x
मनोरंजन: जियो सिनेमा पर विजय वर्मा की नई वेब सीरीज कालकूट रिलीज हुई है. अभी कुछ समय पहले ही विजय वर्मा ने दहाड़ वेब सीरीज में एक सीरियल किलर का रोल प्ले कर सभी को चौंकाया था. इस वेब सीरीज में भी एक्टर का फैंस के लिए एक सरप्राइज है.
करप्ट सिस्टम में ईमानदार पुलिसवाला कैसे करेगा सर्वाइव? विजय वर्मा की कालकूट में कितना दम? पढ़ें रिव्यू
विजय वर्मा और श्वेता त्रिपाठी की वेब सीरीज कालकूट ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर स्ट्रीम हो रही है. फिलहाल इस सीरीज़ के कुछ एपिसोड स्ट्रीम किए गए हैं पर हम आपके लिए पूरी सीरीज़ का रिव्यू लेकर आए हैं. इसका निर्देशन सुमित सक्सेना ने किया है. वेब सीरीज का टाइटल है कालकूट. ये शब्द हिंदू माइथोलॉजी में काफी मायने रखता है. ये एक ऐसा विष है, जो समुद्र मंथन के वक्त क्षीरसागर से निकला था और जिसे भगवान शिव ने ग्रहण किया था. ये विषआज के परिप्रेक्ष्य में दरअसल समाज की दूषित मानसिकता और विचारधारा है, जिसके साथ जीने के हम सभी आदि हो चुके हैं.
क्या है कहानी?
इस वेब सीरीज में जो कहानी दिखाई गई है वो दो किरदारों के इर्द-गिर्द घूमते हुए देश के भ्रष्ट और थके-हारे सिस्टम की झलकियां दिखाती है. कहानी का पहला पात्र एक एसिड अटैक विक्टिम (श्वेता त्रिपाठी) है, जिसपर एक तरफ तो समाज तरस खा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सिस्टम उसकी सच्चाई जाने बिना उसी पर इल्जाम लगा रहा है.
वहीं, कहानी का दूसरा पात्र है रवि (विजय वर्मा). रवि के पिता का हाल ही में देहांत हो गया है और हाल ही में उसने पुलिस फोर्स ज्वाइन की है. एक तरफ वो पुलिस के वर्किंग पैटर्न को समझने की कोशिश कर रहा है तो दूसरी तरफ उसकी अकेली मां, उसकी शादी को लेकर प्रेशर बना रही है. अब घर की इसी कश्मकश और काम के अनचाहे प्रेशर के बीच रवि का कैरेक्टर उभरकर आता है जो इस वेब सीरीज का असली ग्रिप है.
ट्रेलर देखें यहां-
इस वेब सीरीज के दो मुख्य किरदारों की बात करें तो दोनों जीवन में एक हादसे का शिकार हुए हैं. एक तरफ श्वेता त्रिपाठी का किरदार है जिसपर किसी ने तेजाब फेंका है, जिसका जीवन बर्बाद कर दिया गया है और अब उसके मन में बस इंसाफ की आस बची है. वहीं, दूसरी तरफ विजय वर्मा का किरदार है, जिसे अपने पिता के निधन के बाद पुलिस फोर्स ज्वाइन करनी पड़ी और अपने जीवन के बहुआयामों को त्यागना पड़ा. अब इसी कालकूट के साथ दोनों जीने की आदत कैसे डालते हैं ये इस वेब सीरीज में देखने को मिलेगी. इन्हीं दोनों किरदारों को कनेक्ट करते हुए ये वेब सीरीज बनाई गई है.
क्या है मजबूत पक्ष
वैसे तो इस वेब सीरीज में किसी भी तरह से सिस्टम की धज्जियां उधेड़ते या हाई नोट पर इसे एंटरटेनिंग बनाते नहीं दिखाया गया है. वेब सीरीज को एज इट इज रखने की कोशिश की गई है. ये इस वेब सीरीज की खास बात है. यहां पर किसी किरदार को लेकर या किसी उपदेश को लेकर भूमिकाएं नहीं बांधी गई हैं. जो देखने में काफी रियल फील देती हैं. ब्लैक कॉमेडी हमेशा से गंभीर मुद्दों को रखने का रोचक अंदाज रहा है. इस वेब सीरीज को सिम्पल रखने के साथ ही रोचक भी बनाया गया है, जिसके लिए मेकर्स की तारीफ होनी चाहिए.
शानदार एक्टिंग
फिल्म में सभी किरदारों ने अपनी जगह शानदार एक्टिंग की है. फिल्म की कहानी का टेंपो तो कहीं-कहीं ग्रिप खोता नजर आता है, लेकिन कलाकारों की शानदार एक्टिंग आपको अंत तक बांधे रखती है. विजय वर्मा ने एक बार फिर बता दिया है कि वे मौजूदा समय में इतने डिमांडिंग क्यों हैं. उन्होंने अपने किरदार को बड़ी बारीकी से पोट्रे किया है. उनके चेहरे के हाव-भाव और कद-काठी एक टिपिकल यूपी के पुलिसवाले से मैच खाती है और यही वजह है कि ये रोल उनपर खूब फबता है.
श्वेता त्रिपाठी ने एक बेहद सेंसेटिव रोल प्ले किया है. उनका किरदार एक एसिड अटैक सर्वाइवर का है और उनके कैरेक्टर के जरिए ही इस पीड़ा का सामना करने वाली महिलाओं की परिस्थिति दिखाई गई है. श्वेता का कैरेक्टर भावुक कर देने वाला एक कैरेक्टर है और किसी के लिए भी ऐसा रोल प्ले करना इमोशनली और मेंटली आसान नहीं होगा. इसके अलावा यशपाल शर्मा, सीमा विश्वास और गोपाल दत्त ने भी शानदार एक्टिंग की है.
Next Story