मनोरंजन
Death Anniversary : मशहूर कवि और गीतकार कमर जलालाबादी को बदलनी पड़ी अपनी पहचान, जानिए
Bhumika Sahu
9 Jan 2022 2:08 AM GMT
x
कमर जलालाबादी (Qamar Jalalabadi) एक ऐसे शायर थे जिन्होंने फिल्मी दुनिया में मिली शानदार सफलता के बाद भी अपने पहले प्यार यानी अपनी शायरी (Poetry) के साथ रिश्ता बिल्कुल नहीं तोड़ा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कमर जलालाबादी (Qamar Jalalabadi) की आज 19 वी पुण्यतिथि है, अपनी शायरी और गानों के लिए वह काफी मशहूर थे. उन्होंने लोकप्रिय टेलीविजन सीरियल विक्रम और बेताल के टाइटल ट्रैक को भी बनाया था. हालांकि काफी कम लोग जानते हैं कि कमर जलालाबादी नाम से मशहूर कवि का असली नाम ओम प्रकाश भंडारी था. ओम प्रकाश भंडारी (Om Prakash Bhandari) से कमर जलालाबादी तक का यह सफर काफी दिलचस्प हैं. तो आइयें जानते हैं कि क्यों ओम प्रकाश भंडारी को बदलनी पड़ी अपनी पहचान.
9 मार्च 1917 के दिन पंजाब के अमृतसर जिले के जलालाबाद नाम के छोटे से गांव में ओम प्रकाश भंडारी का जन्म हुआ था. पंजाबी परिवार में जन्में ओम प्रकाश ने सात साल की उम्र से ही उर्दू में शायरी लिखना शुरू कर दिया था. हालांकि उनके इस घर से उन्हें शायरी लिखने के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं मिला. लेकिन अमर चंद अमर नाम के एक शायरी से जब उनकी मुलाकात की और तो उन्होंने नन्हे ओम प्रकाश की अपार प्रतिभा और क्षमता को पहचानते हुए उन्हें लिखने के लिए प्रोत्साहित किया.
शायर ने दिया उपनाम
कवि अमर चंद अमर ने ही ओम प्रकाश भंडारी का 'कमर' यह उपनाम दिया जिसका अर्थ होता है चांद. कमर के आने जलालाबाद से यानी उनके गांव से जुड़े हुए रखने के लिए जलालाबादी लगाया गया और ओम प्रकाश भंडारी कमर जलालाबादी बन गए. उन दिनों लेखक और ज्यादातर शायरों का नाम जहां के वे निवासी थे उन गांव के नाम से रखना काफी आम बात थी. अमृतसर से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने दैनिक मिलाप, दैनिक प्रताप, निराला, स्टार सहकार जैसे लाहौर स्थित समाचार पत्रों के लिए लिखकर अपने पत्रकारिता के करियर की शुरुआत की.
कई मशहूर गानों के गीतकार थे कमर जलालाबादी
हालांकि पत्रकारिता करने के दौरान फिल्म इंडस्ट्री की तरफ आकर्षित होकर, कमर जलालाबादी 1940 के दशक की शुरुआत में पुणे आए. 1942 में, उन्होंने अपनी पहली फिल्म जमींदार के लिए गीत लिखे. 'मेरा नाम चिन चिन चू', 'डम डम डिगा डिगा', 'इक दिल के टुकड़े हुए हजार' जैसे उनके कई गाने काफी ज्यादा मशहूर हुए. एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में उन्होंने लगभग 40 साल काम किया. अपने इस चालीस साल के करियर में उन्होंने न सिर्फ शायरी की या गीत लिखें बल्कि कमर जलालाबादी ने करीब डेढ़ सौ से अधिक कहानियां, फिल्मों के स्क्रीन प्ले और उनके संवाद भी लिखे हैं.
Next Story