नई दिल्ली: अभिनेता अमिताभ बच्चन ने कहा कि शहीदों के लिए केवल गीत गाने से काम नहीं चलेगा और लोगों को आगे आने व "एक मिसाल कायम करने" की जरूरत है कि वे शहीद नायकों और उन सैनिकों के परिवार के सदस्यों के लिए खड़े रहेंगे, जो अपना कर्तव्य निभाते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
लोगों से कोष में योगदान करने का आग्रह किया:
मां भारती के सपूत वेबसाइट के उद्घाटन के मौके पर यहां शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में बच्चन का रिकॉर्डेड वीडियो संदेश चलाया गया, जिसमें उन्होंने यह बात कही. इस वेबसाइट के जरिए लोग सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष (एएफबीसीडब्ल्यूएफ) में योगदान दे सकते हैं. इस पहल के 'सद्भावना राजदूत' बच्चन ने कहा कि उन्होंने सैनिकों को अपनी "कर्तव्य राशि" (कर्तव्य की भावना से दी गई धनराशि) की पेशकश की है और लोगों से कोष में योगदान करने का आग्रह किया है.
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि देश की रक्षा के लिए, हमारे पास एक सेना, बंदूकें, युद्धपोत, लड़ाकू विमान, मिसाइल होती हैं. लेकिन, एक सैनिक की सुरक्षा के लिए हमें 'मिसाल' (उदाहरण) कायम करने की आवश्यकता है. एक उदाहरण जो हमारे सैनिकों ('मां भारती के सपूत') को आश्वस्त करे कि अगर वे मोर्चे पर शहीद या घायल हो जाते हैं, तो पूरा देश उनके परिवार के सदस्यों की देखभाल के लिए खड़ा होगा. हम सीमा पर नहीं जा सकते, लेकिन अपनी सीमा के भीतर एक सैनिक के परिवार की मदद कर सकते हैं. बच्चन ने कहा, "अब शहीदों के लिए केवल गीत गाने से काम नहीं चलेगा. हमें आगे आकर एक सच्चे व अच्छे नागरिक का कर्तव्य निभाना होगा.