x
उस सीन के लिए डायरेक्टर को हां नहीं कहना चाहिए था.
खरबूजे को देखकर जैसे खरबूजा रंग बदलता है, वैसे ही फिल्मों को देखकर फिल्में बनाई जाती हैं. 1976 में सुभाष घई ने बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म कालीचरण बनाई. इसी स्टोरी लाइन पर निर्देशक कल्पतरु ने विनोद खन्ना और मीनाक्षी शेषाद्री को लेकर 1992 में बनाई, हमशक्ल. कालीचरण में शत्रुघ्न सिन्हा का डबल रोल था. पहले रोल में पुलिसवाला किरदार मारा जाता है और उसके बाद उसका तेज-तर्रार, बदमाश टाइप हमशक्ल पुलिसवाला बनकर आ जाता है और विलेन को ठिकाने लगता है. यही हमशक्ल में था, विनोद खन्ना पहले पुलिसवाले के रोल में थे और फिर उस किरदार की मौत के बाद दूसरे तेज-तर्रार रोल में. 2012 में अक्षय कुमार की राउडी राठौड भी इसी स्टोरी लाइन पर बनी फिल्म थी.
यह सीन नहीं था स्क्रिप्ट में
निर्देशक कल्पतरु घर की इज्जत, पराया घर, घर हो तो ऐसा, घर घर की कहानी जैसी पारिवारिक फिल्में बनाने के लिए जाने जाते थे. पारिवारिक फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर की फिल्म हमशक्ल की शूटिंग के दौरान ऐसा वाकया हुआ कि फिल्म यूनिट को लगा अब यह फिल्म नहीं बनेगी. हुआ यह कि शूटिंग के दौरान विनोद खन्ना ने मीनाक्षी शेषाद्री के होंठों पर किस (Kiss) कर दिया, जबकि स्क्रिप्ट के मुताबिक ऐसा सीन फिल्म में नहीं था. सबके सामने अचानक विनोद खन्ना की इस हरकत से मीनाक्षी काफी नाराज हो गईं. वह तुरंत शूटिंग छोड़कर निकल गईं. तीन दिनों तक वह शूटिंग के लिए नहीं पहुंचीं.
ऐसा हुआ पहले भी
निर्देशक उनसे बात करने और समझाने के लिए बार-बार पहुंचे तो मीनाक्षी ने साफ कहा कि वह यह फिल्म छोड़ रही हैं. आगे शूटिंग नहीं करेंगी. कल्पतरु ने उन्हें बहुत मनाया. मीनाक्षी कल्पतरु की हर फिल्म का हिस्सा हुआ करती थीं. आखिरकार बहुत मनाए जाने पर उनका गुस्सा शांत हुआ और वह शूटिंग पर लौटी. फिल्म पूरी की. दरअसल ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई. विनोद खन्ना पर 1988 में आई फिल्म दयावान के दौरान भी ऐसे आरोप लगे थे. मीडिया में तमाम जगहों पर खबरें हैं कि दयावान के गाने आज फिर तुम पर प्यार आया है की शूटिंग के दौरान माधुरी दीक्षित और विनोद खन्ना पर एक किसिंग सीन शूट किया जाना था. सीन फिल्माते समय विनोद खन्ना ने माधुरी के होंठो को काट लिया. डायरेक्टर के लगातार कट कट बोलने के बावजूद वह नहीं रुके. कुछ साल बाद में माधुरी ने मीडिया से इंटरव्यू में कहा कि उन्हें वह सीन करने का मलाल है. उस सीन के लिए डायरेक्टर को हां नहीं कहना चाहिए था.
Next Story