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टीवी पर वापसी करने वाली हैं एक्ट्रेस अनन्या खरे, इस सीरियल में आएंगी नज़र

Gulabi
1 July 2021 5:08 PM GMT
टीवी पर वापसी करने वाली हैं एक्ट्रेस अनन्या खरे, इस सीरियल में आएंगी नज़र
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एक्ट्रेस अनन्या खरे

'चांदनी बार' फिल्म की दीपा से 'देवदास' फिल्म की कुमुद तक ऐसे कई अपने शानदार किरदारों से अभिनेत्री अनन्या खरे ने पर्दे पर एक नेगेटिव किरदार साकार की और मनोरंजन इंडस्ट्री में कई कलाकारों के लिए एक बेंचमार्क स्थापित किया. अनन्या ने हिंदी मनोरंजन इंडस्ट्री में अपने कार्यकाल के लिए बहुत प्रशंसा हासिल की है चाहे वह टेलीविजन हो या बॉलीवुड इस प्रतिभाशाली कलाकार ने हर जगह दर्शकों का दिल जीता.

दर्शकों के लिए अनन्या एक बार फिर स्टार भारत के आने वाले नए शो 'लक्ष्मी घर आई' में कमबैक करने वाली हैं. वह इस शो में एक महत्वपूर्ण प्रतिपक्षी (नेगेटिव) ज्वाला देवी की भूमिका निभाती नजर आएंगी. अनन्या खरे ने अपने शूट का अनुभव शेयर किया है.
आप टेलीविजन पर धमाकेदार वापसी करने और 'लक्ष्मी घर आई' शो में एक प्रतिपक्षी (नेगेटिव) भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हैं?
ऐसा माना जाता है कि टीवी शो में निभाए जाने वाले सबसे कठिन कामों में से एक प्रतिपक्षी की भूमिका निभाना है. कई सितारों को कभी-कभी स्क्रीन पर नेगेटिव किरदार को निभाने में कठिनाई होती है. हालांकि, मुझे लगता है कि मैंने इस खेल में महारत हासिल कर ली है और मुझे अपनी प्रतिभा के लिए काफी सराहा गया है. पर्दे पर हमेशा नकारात्मक भूमिका निभाना आसान नहीं होता क्योंकि कई बार लोग आपके बारे में धारणा बना लेते हैं. मेरा मानना है कि देवदास के बाद मुझे एक बुरी भाभी के नकारात्मक किरदार के लिए पहचाना गया और मुझे लगता है कि इसने मुझे मनोरंजन इंडस्ट्री में एक अलग पहचान पाने में मदद मिली. खैर, एक कलाकार होने के नाते मेरा मानना है कि अगर यह दर्शकों की प्रतिक्रिया है, तो मैंने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है. शो में मेरा ज्वाला का किरदार एक बुरी सास का है जो बहुत कठोर है. वह पैसे की लालची है और उसके किरदार के कई शेड्स हैं. मैं ज्वाला देवी की भूमिका निभाने की चुनौती को लेकर बेहद उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं अपने किरदार के साथ न्याय करुँगी.
ज्वाला देवी के किरदार में ऐसा क्या ख़ास था, जिसके लिए आपने अपनी हामी भरी?
'लक्ष्मी घर आई' जैसे शो के साथ टेलीविजन पर वापसी करते हुए मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, जिसका उद्देश्य दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को लेकर जागरूकता बढ़ाना और उसपर प्रकाश डालना है. यह शो को इतनी खूबसूरती से लिखा गया कि मैं इसे ना नहीं कह सकती थी. मैं समय के साथ कई स्क्रिप्ट पढ़ रही हूं, लेकिन इस शो की स्क्रिप्ट पर मेरी आँखें थम गई और मेरे मन में ख्याल आया हाँ बस यही स्क्रिप्ट मेरे लिए है. मैं शकुंतलम टेलीफिल्म्स और स्टार भारत के साथ काम करते हुए बेहद खुश हूं और मैं अपनी इस नई यात्रा को लेकर बहुत रोमांचित हूं.
अपने किरदार ज्वाला देवी के बारे में है विस्तार से बताएं?
जैसा कि मैंने शो में अपने किरदार ज्वाला के बारे में ऊपर बताया, वह एक असभ्य महिला का हैं जो धन के प्रति आसक्त है और देवी लक्ष्मी की इस आशा से पूजा करती है कि वह उस पर धन की वर्षा करेंगी. ज्वाला आशाओं और महत्वाकांक्षाओं के भरी एक कठोर महिला हैं, जिसे वह चाहती हैं कि उसका बेटा पूरा करे. उसे अपने बेटे पर बेहद गर्व है. वह एक ऐसी बहू की तलाश में है जिसे दहेज मिल सके. उन्हें उसके रूप या लक्षणों की कोई परवाह नहीं है वह यह मानती हैं कि "सुंदर हो या अनपढ़, बहू वही चाहिए जो लाए फ्रिज, टीवी या कार …".
इस शो में दर्शकों के लिए क्या ख़ास है?
मैं सिर्फ इतना कहूंगी कि इस शो के माध्यम से हम यह प्रकाश में लाने की उम्मीद करते हैं कि एक बहू अपने विस्तारित परिवार के लिए प्यार और बहुमूल्य खुशियां लेकर आती है और कोई भी शादी किसी भी धन या मूल्यवान उपहार की मोहताज नहीं है.
क्या आपको लगता है कि आपके द्वारा निभाए गए नेगेटिव किरदारों के लिए टाइपकास्ट किया गया है?
वो जो कहावत है न कि आप अपने किरदार का चयन नहीं करते हैं बल्कि आपका किरदार आपको चुनता है. जैसा कि मैंने पहले बताया, बहुत कम लोग हैं जिनके पास एक विरोधी की भूमिका निभाने की कला है. निश्चित तौर पर यह कोई आसान काम नहीं है. लेकिन इतने सालों में जब कोई एक कलाकार को एक विशिष्ट भूमिका निभाते हुए देखता है, तो उसे टाइपकास्ट करना बहुत आसान हो जाता है. मुझे यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि मेकर्स, प्रोड्यूसर और चैनल ने ज्वाला देवी की भूमिका को पर्दे पर लाने का भरोसा मुझे चुनकर दिखाया. लॉकडाउन के बाद स्क्रीन पर ज्वाला देवी की भूमिका के साथ वापसी करना इस समय मेरे करियर के लिए एक सुनहरे मौके के समान है.
कोविड महामारी के बीच 'लक्ष्मी घर आई' सेट पर शूटिंग के दौरान क्या सावधानियां बरती जा रही है?
इस नए सामान्य के बीच काम पर वापस लौटना बहुत अलग रहा है. जहां कभी सेट पर लोगों की भीड़ होती थी, अब वो कम ही नजर आते हैं. दुर्भाग्य से हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हमें यह सुनिश्चित करना है कि हम सुरक्षित रहें ताकि आपके आस-पास का दूसरा व्यक्ति भी सुरक्षित रहे. जैसे एक कहावत है कि पहला दान अपनर घर से शुरू होता है – मुझे लगता है कि सुरक्षा घर से भी शुरू होती है.
सेट पर कास्ट और क्रू बहुत जिम्मेदार होते हैं. शो के निर्माताओं ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सेट में प्रवेश करने से पहले हर किसी के तापमान की जाँच की जाती है – हमारे वैनिटी वैन और हर जगह की सफाई भी की जाती है साथ ही उसके लिए इस्तेमाल किए गए उपकरण भी. सभी ने शानदार काम किया है और मैं शूटिंग पर आते वक्त खुद को बहुत सुरक्षित महसूस करती हूं. मैं इस अवसर पर टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना करना चाहती हूं.
अपने सह-कलाकारों के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा ?
शो की पूरी कास्ट और क्रू बहुत ही सपोर्टिव और मजेदार है. फिलहाल ये शुरुआती दिन हैं, लेकिन लगता है कि इस टीमें के साथ लंबे समय तक काम करना बहुत धमाकेदार और मनोरंजन से भरपूर होने वाला है.
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