मनोरंजन

टीवी शोज से अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर रोहित रॉय खुद को स्टार नहीं मानते है

Teja
2 Aug 2023 5:56 AM GMT
टीवी शोज से अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर रोहित रॉय खुद को स्टार नहीं मानते है
x

बॉलीवुड : अनुभव के साथ-साथ इंसान की कार्यशैली में भी बदलाव आते हैं, कुछ परिपक्वता और कुछ नई चीजें आती हैं।अभिनेता रोहित रॉय को साल 1995 में प्रसारित ‘स्वाभिमान’ और साल 2004 में प्रसारित ‘देश में निकला होगा चांद’ धारावाहिकों से बड़ी लोकप्रियता मिली। उसके बाद उनकी गिनती टीवी के प्रख्यात सितारों में होने लगी थी। फिलहाल रोहित का ज्यादा ध्यान फिल्मों और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर है। दैनिक जागरण से बातचीत में वह कहते हैं, ‘कलाकार की परफॉर्मेंस पर माध्यम से कोई फर्क नहीं पड़ता है, फिर वह टीवी पर काम करे या डिजिटल प्लेटफॉर्म या फिर फिल्मों में। नसीर भाई (नसीरुद्दीन शाह) तो नसीर भाई ही रहेंगे, फिर वह चाहे किसी भी माध्यम पर काम करे। हां, जब हम थिएटर करते हैं, तो वहां बॉडी लैंग्वेज और आवाज पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है, क्योंकि वहां आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति को भी आपकी आवाज सुनाई देनी चाहिए। मैंने कभी अपनी एक्टिंग के अंदाज को नहीं बदला है, हां बेहतर करने की कोशिश जरूर की है। शायद मैं अपने मन में पहले इतना बेहतर एक्टर नहीं था, स्टार बन गया था, लेकिन इतना अच्छा एक्टर नहीं था। अब मैं कह सकता हूं कि अब मैं भले ही स्टार नहीं हूं, लेकिन अच्छा एक्टर हूं, सक्षम एक्टर हूं।’अभिनेता रोहित रॉय को साल 1995 में प्रसारित ‘स्वाभिमान’ और साल 2004 में प्रसारित ‘देश में निकला होगा चांद’ धारावाहिकों से बड़ी लोकप्रियता मिली। उसके बाद उनकी गिनती टीवी के प्रख्यात सितारों में होने लगी थी। फिलहाल रोहित का ज्यादा ध्यान फिल्मों और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर है। दैनिक जागरण से बातचीत में वह कहते हैं, ‘कलाकार की परफॉर्मेंस पर माध्यम से कोई फर्क नहीं पड़ता है, फिर वह टीवी पर काम करे या डिजिटल प्लेटफॉर्म या फिर फिल्मों में। नसीर भाई (नसीरुद्दीन शाह) तो नसीर भाई ही रहेंगे, फिर वह चाहे किसी भी माध्यम पर काम करे। हां, जब हम थिएटर करते हैं, तो वहां बॉडी लैंग्वेज और आवाज पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है, क्योंकि वहां आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति को भी आपकी आवाज सुनाई देनी चाहिए। मैंने कभी अपनी एक्टिंग के अंदाज को नहीं बदला है, हां बेहतर करने की कोशिश जरूर की है। शायद मैं अपने मन में पहले इतना बेहतर एक्टर नहीं था, स्टार बन गया था, लेकिन इतना अच्छा एक्टर नहीं था। अब मैं कह सकता हूं कि अब मैं भले ही स्टार नहीं हूं, लेकिन अच्छा एक्टर हूं, सक्षम एक्टर हूं।’

Next Story