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ऐमी बरुआ को मिल चुका है नेशनल अवॉर्ड

Rani Sahu
4 Aug 2022 3:29 PM GMT
ऐमी बरुआ को मिल चुका है नेशनल अवॉर्ड
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राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक ऐमी बरुआ ने एक नई डॉक्यूमेंट्री बनाई है जो 'लव-जिहाद' के मुद्दे पर है

कोलकाता. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक ऐमी बरुआ ने एक नई डॉक्यूमेंट्री बनाई है जो 'लव-जिहाद' के मुद्दे पर है. एक्टर से डायरेक्टर बनीं ऐमी अपनी फिल्म 'सेमखोर' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी जा चुकी हैं. यह फिल्म डिमसा भाषा में पहली फिल्म थी. अब लव-जिहाद जैसे मुद्दे पर उनकी नई डॉक्यूमेंट्री 'स्क्रीमिंग बटरफ्लाइज़' साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित की जाने वाली है. इसे मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 'सिल्वर कॉन्च' अवार्ड मिला है. माना जा रहा है कि अपने कंटेंट के कारण के इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद भी हो सकता है.

डिस्क्लेमर के साथ शुरू होती है डॉक्यूमेंट्री
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्यूमेंट्री की शुरुआत एक डिस्क्लेमर के साथ होती है. डिस्क्लेमर में कहा गया है-फिल्म का कंटेंट या फिर कोई भी हिस्सा कोर्ट में प्रमाण के तौर पर नहीं इस्तेमाल किया जाएगा. सभी पीड़ितों के इंटरव्यू आधिकारिक हैं. सभी ने हमें इजाजत दी थी और डायरेक्टर से यह कहा गया कि उनके चेहरे वीडियो में ब्लर न किए जाएं. ये सभी मामले अभी कोर्ट में चल रहे हैं.
पहचान छुपाकर की शादी
ऐमी बरुआ ने इस डॉक्यमेंट्री की शूटिंग 2021 में शुरू की थी. बरुआ का कहना है-मैं असम की उन 26 लड़कियों को जानती हूं जिन्हें उन पुरुषों द्वारा प्रताड़ित किया गया जिन्होंने शादी के दौरान अपनी पहचान छुपाई थी. मैं उन सभी के साथ अब भी संपर्क में हूं. मैं बस पहले उनकी कहानियां सुनना चाहती थी. जब मैंने उनकी कहानी पूरी सुन ली फिर उसके बाद वीडियो बनाने की अनुमति मांगी.
कैमरे की जिम्मेदारी खुद संभाली
26 महिलाओं से बातचीत के बाद बरुआ ने तय किया कि वो इनमें से 4 महिलाओं पर फोकस करेंगी. इन महिलाओं से बातचीत करते हुए कई बरुआ ने कैमरे की जिम्मेदारी खुद संभाली जिससे ये महिलाएं खुलकर अपनी बात रख सकें.
सहमति लेकर सभी महिलाओं की पहचान उजागर
बरुआ के मुताबिक इन महिलाओं ने वकील की मौजूदगी में पहचान उजागर करने की सहमति दी है. उनकी आशा है कि ये कहानी अन्य लड़कियों को ऐसे मामलों में फंसने से बचा सकेगी. मेरी फिल्म किसी भी समुदाय को निशाना बनाने के लिए नहीं है. किसी भी समुदाय के व्यक्ति के लिए यह गलत है कि वह पहचान छुपाकर शादी करे और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करे.
Rani Sahu

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