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- क्या परमाणु हमला
हमारा मानवीय भरोसा है कि रूस परमाणु हमला नहीं करेगा। राष्ट्रपति पुतिन उसके व्यापक और विध्वंसक नतीजों को जानते हैं। करीब 77 सालों के बाद एक बार फिर परमाणु युद्ध का खौफ सामने है, लिहाजा हड़कंप स्वाभाविक है। यदि इस दौर मंे परमाणु हमले की नौबत आई, तो पूरी कायनात ही खत्म हो सकती है। रूस के पास 6257 परमाणु हथियार बताए जाते हैं, तो अमरीका भी करीब 5500 आणविक अस्त्रों के साथ बहुत पीछे नहीं है। विनाश के लिए तो 2-3 एटम बम और मिसाइलें आदि ही पर्याप्त हैं। फ्रांस और ब्रिटेन भी परमाणु शक्ति वाले देश हैं, लेकिन यह भी हकीकत है कि पुतिन ने रूस के परमाणु दस्ते को सतर्क कर दिया है। रक्षा मंत्री ने रूसी राष्ट्रपति को ब्रीफ किया है कि दस्ते ने युद्ध की तैयारी भी शुरू कर दी है। मिसाइल कमांड और बॉम्बर को भी अलर्ट कर दिया गया है। परमाणु युद्ध की संभावनाओं के मद्देनजर बुधवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी और संयुक्त राष्ट्र के 35 देशों के एक विशेष बोर्ड की बैठकें बुलाई गई हैं। संकेत बेहद खतरनाक हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए महासचिव गुतारेस ने आग्रह किया है कि यूक्रेन में युद्ध को तुरंत समाप्त किया जाए। सवाल यह है कि कौन-सा देश ऐसे संबोधन को गंभीरता से ग्रहण करता है? बहरहाल पुतिन सनकी और जिद्दी राजनेता हैं। दरअसल रूस के पास ऐसे परमाणु हथियार और बम हैं, जिनके सामने हिरोशिमा और नागासाकी के एटम बम 'दिवाली के पटाखे' लगते हैं। रूस जल, थल और आसमान तीनों माध्यमों के जरिए परमाणु हमला कर सकता है।ं
क्रेडिट बाय दिव्याहिमाचल