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- क्यों मिताली महिला
अगर उपलब्धि के लिहाज से देखें तो भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने वही मुकाम हासिल किया है, जो पुरुष क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने किया था। लेकिन सचिन तेंदुलकर की जो देश में हैसियत बनी और मिताली की जो हैसियत अगर उसकी तुलना करें, तो यह तो कहना ही पड़ेगा कि हैसियत सिर्फ अपने क्षेत्र में प्रदर्शन, प्रतिभा और उपलब्धियों से नहीं बनती। बल्कि इससे बनती है कि जिस क्षेत्र में आपने कामयाबी हासिल की, उसमें मार्केट की कितनी रुचि है। सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा गया। जबकि मिताली राज को भारत में ऐसे बहुत से क्रिकेट प्रेमी होंगे, जो शायद नाम भी ना जानते हों। अगर नाम जानते भी होंगे, तो उन्होंने क्या मुकाम हासिल किया है, उससे वे वाकिफ नहीं होंगे। इसलिए मिताली ने जब ये कामाबी हासिल की, तो मीडिया में उस जोर-शोर से उसकी चर्चा नहीं हुई, जैसा सचिन के मामले में होता था।