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- पर्यटन विकास का कर
शहरी नियोजन की दरख्वास्त पुनः बीड़-बिलिंग के मुहाने पर फटने लगी, तो यह विचारणीय है कि हिमाचल में विकास के मॉडल में जनसहयोग क्यों कन्नी काट जाता है। जनता को यह कबूल है कि सरकार के हस्तक्षेप से 'नई राहें, नई मंजिलों' के रास्ते पर स्थानीय आर्थिकी बढ़े, रोजगार के अवसर मिलें और पर्यटन के नजारों में सभी फलें-फूलें, लेकिन ऐसे विकास के प्रति सामुदायिक जिम्मेदारी न रहे। इसी परिप्रेक्ष्य में क्षेत्र विशेष विकास एजेंसी यानी साडा के तहत करीब तीन दर्जन स्थान चिन्हित हैं, ताकि विकासात्मक गतिविधियां आवारा न बनें तथा भविष्य की योजनाओं-परियोजनाओं के तहत नियोजित विकास हो। बीड़-बिलिंग पिछले कुछ सालों से एक डेस्टिनेशन और विश्व स्तरीय पैराग्लाइडिंग स्थल के रूप मेें उभरा है। जाहिर है इस दिशा में आगे चलकर और विकास होगा तथा माकूल अधोसंरचना की जरूरत पड़ेगी। ग्रीन टैक्स इसी संदर्भ में एक आदर्श योगदान है, जिसके तहत साडा स्वतंत्र रूप से सक्रिय भूमिका निभा सकता है।
क्रेडिट बाय दिव्याहिमाचल