- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- सरकारी धन के दुरुपयोग...
x
By: Divyahimachal
हर किसी को अपना धन खर्च करने पर पीड़ा होती है और जब सरकारी खज़ाने से पानी की तरह पैसे खर्च किए जाते हैं तो सरकार व नेताओं का कुछ नहीं जाता है, क्योंकि जाता है तो केवल जनता के टैक्स का पैसा जिसे वह पसीना बहा कर कमाती है। जगह-जगह पर होर्डिंग, अखबारों में, टीवी पर, अन्य मीडिया पर अरबों रुपए के बेमतलब के विज्ञापन पर धन खर्च किया जाता है। सत्तापक्ष के नेता सरकारी कार्यक्रमों के नाम पर करोड़ों खर्च करते हैं जिसके बल पर अपनी राजनीति चमकाने की होड़ ज्यादा होती है। अपने दल के प्रत्याशियों के लिए वोट अर्जित करने के लिए ऐसी वोट केंद्रित योजनाएं लाई जाती हैं जिन पर लाखों का खर्च जनता के टैक्स के पैसों से होता है और फायदा दल विशेष का। सरकारी धन के इस तरह दुरुपयोग पर रोक लगनी चाहिए। -रूप सिंह नेगी, सोलन
Rani Sahu
Next Story