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- यूरिया पर सब्सिडी
कृषि उत्पादकता बढ़ाने में उर्वरकों की बड़ी भूमिका होती है. इनके इस्तेमाल से उपज बेहतर होती है और किसानों को तो लाभ होता ही है, महंगाई भी नियंत्रित रहती है, और पूरे देश की खाद्य सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है. इसे ध्यान में रखकर केंद्र सरकार ने यूरिया पर सब्सिडी को और तीन वर्षों तक जारी रखने का फैसला किया है. खेती में वैसे तो कई तरह के उर्वरकों का इस्तेमाल होता है, मगर दुनियाभर में यूरिया का सबसे ज्यादा प्रयोग होता है. इसमें नाइट्रोजन होता है जो फसल की वृद्धि और विकास के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है. लेकिन, पिछले कुछ अर्से से सारी दुनिया में उर्वरकों की कीमत बढ़ी है. दरअसल, यूरिया एक रासायनिक उर्वरक है जिसका उत्पादन प्राकृतिक गैस पर निर्भर होता है. रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे कारणों से गैस की सप्लाई पर असर पड़ा जिससे इसका उत्पादन प्रभावित हुआ, और कीमत बढ़ने लगी. भारत जैसे कृषि प्रधान देश में इसका गंभीर असर पड़ सकता था, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उर्वरक आयातक देश है.
CREDIT NEWS: prabhatkhabar