- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- सोनिया-राहुल हाजिर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ सांसद राहुल गांधी को हाजि़र होने के समन भेजे हैं। बेशक मामला पुराना है और कांग्रेस के मुखपत्र 'नेशनल हेराल्ड' से जुड़ा है। इस अख़बार की कंपनी 1937-38 में बनाई गई थी। भारत स्वतंत्र हुआ और सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू बने। उन्होंने जो प्लॉट एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के नाम औने-पौने दाम पर आवंटित कराई थी, उसकी आज कीमत 500 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। मालिकाना हक गांधी परिवार का है। गांधियों पर कई गंभीर आरोप हैं और इसी केस में मां-बेटा जमानत पर हैं। ईडी मनी लॉन्डिं्रग के संदर्भ में अपनी जांच को एक निश्चित निष्कर्ष तक ले जाना चाहता है। गांधी परिवार तो क्या, देश के प्रधानमंत्री भी कानून और जांच के दायरे में हैं। प्रधानमंत्री रहते हुए पीवी नरसिंह राव से जांच एजेंसियों ने पूछताछ की थी, बल्कि एक अदालत ने तो उन्हें 'अभियुक्त' तक करार दे दिया था। मुख्यमंत्री पद पर आसीन नरेंद्र मोदी से विशेष जांच दल ने करीब 16-17 घंटे तक पूछताछ की थी। यदि ईडी ने गांधियों को समन भेजा है, तो कांग्रेस इतनी तिलमिलाई क्यों है? जांच की कार्रवाई को ब्रिटिश साम्राज्य और आज़ादी की लड़ाई से क्यों जोड़ा जा रहा है? ईडी की जांच कभी बंद नहीं की गई, क्योंकि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी आरोपित हैं।
सोर्स- divyahimachal