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- बंगाली सदन में...
दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि पश्चिम बंगाल की विधानसभा में थप्पड़-घूंसे चले। हाथापाई ऐसी हुई कि विधायकों के कपड़े ही फाड़ डाले। भाजपा के 7 और तृणमूल कांग्रेस का एक विधायक चोटिल हुए। तृणमूल विधायक असित मजूमदार को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह नौबत आपसी असहिष्णुता के कारण आई। सदन की गरिमा खंडित हुई। सदस्यों ने मर्यादाएं तार-तार कर दीं और लोकतंत्र, संविधान का मंदिर अपमानित किया गया। यह भारतीय गणतंत्र और विधानमंडल की पहली घटना नहीं है। तमिलनाडु के सदन में जयललिता की साड़ी फाड़ने की 'दुशासनी' कोशिश की गई थी। कुछ अशोभनीय दृश्य देश की संसद तक में देखे गए हैं। सदनों को 'अखाड़ा' क्यों बनाया जा रहा है? सत्ता और विपक्ष के बीच विरोधाभास तो होते ही हैं। संसद के दोनों सदनों तक में विपक्षी सांसद सभापति या स्पीकर के आसन के करीब तक आकर हुड़दंग मचाते हैं। नियमों की किताब तक फाड़ देते हैं और अध्यक्षीय आसन के माइक तोड़ने की कोशिश करते हैं।
क्रेडिट बाय दिव्याहिमाचल