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- संसाधनों की हिफाजत
एक तरफ, जब देश में कोविड-19 के कारण रोजाना 1,500 से अधिक लोगों की जान जाने लगी है; कई राज्यों से टीके के अभाव की शिकायतें सुनने को मिल रही हैं, तब यह उद्घाटन सचमुच हतप्रभ कर देने वाला है कि 11 अप्रैल तक देश में टीके की 44.5 लाख से अधिक खुराकें बरबाद हो गईं। एक आरटीआई के जरिए यह खुलासा हुआ है कि उस दिन तक तकरीबन 23 फीसदी खुराक बेकार हो गई। हैरत की बात है कि ऐसा उन राज्यों में सर्वाधिक हुआ, जो इस वक्त महामारी से हलकान नजर आ रहे हैं। राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, हरियाणा जैसे प्रदेशों के नाम इस सूची में ऊपर हैं। यह सूचना हमारी विशाल आबादी के लिहाज से भी काफी चिंताजनक है। हम अभी तक अपनी आबादी के एक प्रतिशत से कुछ ही अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण कर सके हैं, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश क्रमश: 25 व 15 फीसदी से आगे बढ़ चले हैं।