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- नया वर्ष नया संकल्प
हम लोग हर बार नया वर्ष आने पर एक-दूसरे के लिए नववर्ष शुभ होने की दुआ करते हैं, यह होना भी चाहिए। दुर्भाग्य से वर्ष 2020 बहुत मन्हूस रहा। इसके बाद अब 2021 खत्म होने जा रहा है, जिसमें कोरोना की दूसरी लहर ने हमारे कई अपनों को छीन लिया। दुनिया में लगभग 54 लाख लोग काल का ग्रास बन गए और इसी कोरोना ने भारत में भी पिछले दो वर्ष में पांच लाख लोगों को अपना शिकार बनाया है। अब वर्ष 21 खत्म हो रहा है तो आओ नए साल का स्वागत प्रभु के समक्ष इस प्रार्थना के साथ करें कि अब सब कुछ शुभ होना चाहिए। काली रात बीत रही है, हे प्रभु अब उजाला आना चाहिए। बहुत दुख उठा लिए अब सुख आने चाहिए। बहुत घाव झेल लिए अब सब ठीक होना चाहिए। तमाम लोगों से अपील है कि वे लापरवाही न बरतें और समझ जाएं तथा प्रभु आप से प्रार्थना है कि हम सब को सम्भाल लो। लोगों में डिप्रेशन की भावना पैदा होने लगी है लेकिन हर दुख के बाद सुख आता ही है। कोरोना के नए-नए वेरियंट देख लिए, इनको झेल लिया और अब इनकी विदाई हो जानी चाहिए। हालांकि वर्ष 21 की बात करें तो यहां सरकार ने काफी कुछ सामान्य भी किया । लाॅकडाउन और कर्फ्यू का लम्बा सिलसिला खत्म हुआ, सब कुछ सामान्य हो रहा था, जिन्दगी पटरी पर लौट रही थी कि तभी कोरोना के वेरियंट ओमीक्राेन ने हमला कर दिया। हालांकि यह घातक नहीं है लेकिन इसकी संक्रमण शक्ति इतनी तेज है कि यह डेल्टा वेरियंट से पांच गुणा ज्यादा तेजी से फैलता है। इसीलिए सावधानी जरूरी है। सावधानी है तो हम सब सुरक्षित हैं, इसी मंत्र के साथ नए साल का नया संकल्प लेकर चलें कि हमें मास्क पहनना है, सोशल डिस्टेंसिंग भी रखनी है। यह वो मंत्र है जो हमें सुरक्षित रखेगा, आओ इसे नव वर्ष संकल्प के रूप में स्वीकार करें और इसी का पालन करें और प्रभु से हर किसी के लिए मंगल कामना करें। मजबूरी ऐसी है कि अभी हमारा स्कूल सिस्टम गड़बड़ाया हुआ है लेकिन जल्दी ही सब ठीक हो जाएगा। दुनिया उम्मीद पर जीती है। डाक्टर हमारे लिए ही बने हैं और डाक्टर, पुलिस, हैल्थ कर्मी, मीडिया सब अपने-अपने क्षेत्र में डटे हुए हैं तभी तो सामान्य जीवन चल रहा है लेकिन सहजता और सतर्कता के साथ भारत अपनी इकानोमी को भी सम्भाल रहा है। पूरी दुनिया हिल गई है लेकिन भारत सब को साथ लेकर चलने के संकल्प के साथ वैक्सीनेशन के मार्ग पर चला तो देश में अब तक लगभग 120 करोड़ से ज्यादा लोग वैक्सीनेशन ले चुके हैं। इसमें दोनों डोज शामिल हैं तो 20 लाख लोग ऐसे हैं जो दूसरी डोज की इंतजार कर रहे हैं। हमने 50 से ज्यादा देशों को कोवैक्सीन और कोविशिल्ड सप्लाई की है। कोरोना की पहली लहर में जिन्दगियां गंवाने के बाद दूसरी लहर का प्रकोप देखने के बाद अब तैयारी कर रखी है परन्तु नए साल का मजबूत संकल्प जो कि सुरक्षा के लिए सतर्कता जरूरी, जिन्दगी के लिए मास्क जरूरी के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा तो बात बन जाएगी। भगवान सचमुच हमारी परीक्षा ले रहे हैं परन्तु हमारा सुरक्षा का संकल्प एक दिन अवश्य सिद्ध होगा तो आइये एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई सुरक्षित रहने के साथ दें क्योंकि इस बार नववर्ष जश्न सार्वजनिक रूप से नहीं मनाने का संकल्प लें लेकिन एक-दूसरे को मंगल कामना सुरक्षा के संकल्प के साथ अवश्य अभिव्यक्त करें। सभी को नववर्ष मंगलमय हो, सब सुरक्षित रहें, यही कामना है। वैसे तो बीते वर्षों को कोई याद नहीं रखता लेकिन अब तो भगवान से यही प्रार्थना है कि वर्ष 2019 और 2020 का आंकड़ा पुराने कलैंडरों से, पुराने रिकॉर्डों से हमेशा-हमेशा के लिए खत्म करते हुए 2022 शुभ हो के साथ आगे बढ़ें।