सम्पादकीय

स्वास्थ्य सेवाओं की ओर बढ़ता भारत !

Rani Sahu
25 Aug 2022 5:02 PM GMT
स्वास्थ्य सेवाओं की ओर बढ़ता भारत !
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मीडिया का पूरा ध्यान तेलंगाना में पार्टी से निलंबित भाजपा विधायक टी राजा सिंह और उनकी गर्दन ‘तन से जुदा’ करने वाली उन्मादी भीड़ का हैदराबाद की सड़कों पर अराजकता का तांडव तथा बिहार के यदुवंशी राजाओं के ठिकानों पर सी.बी.आई के छापों की ओर है
मीडिया का पूरा ध्यान तेलंगाना में पार्टी से निलंबित भाजपा विधायक टी राजा सिंह और उनकी गर्दन 'तन से जुदा' करने वाली उन्मादी भीड़ का हैदराबाद की सड़कों पर अराजकता का तांडव तथा बिहार के यदुवंशी राजाओं के ठिकानों पर सी.बी.आई के छापों की ओर है। इन नकारात्मक खबरों के साथ राजधानी से बिल्कुल नज़दीक एक बहुत बड़ा सकारात्मक कार्य हुआ, जिसे मीडिया ने बहुत नीचे खिसका दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन स्वास्थ्य की दो बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमे एक चंडीगढ़ (मोहाली) में 664 करोड़ रूपये की लागत से बना है। भाभा कैंसर अस्पताल और दूसरा न्यू फरीदाबाद का मां अमृतानंदमयी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज।
आध्यात्मिक गुरु एवं सेवा के अपने अनुकरणीय योगदान के लिए विश्व भर में आदरपूर्वक प्रतिष्ठित माता अमृतानंदमयी द्वारा फरीदाबाद सेक्टर-88 में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माँ अमृता अस्पताल के 550 बेड की सुविधाओं वाले संभाग का उद्घाटन किया। 130 एकड़ क्षेत्र में बने इस आधुनिकतम अस्पताल का शिलान्यास 9 मई 2016 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया था। अस्पताल के चरणबद्ध विकास का लक्ष्य 2600 बेड्स का आधुनिक चिकित्सालय बनाना है जिसमें आर्कियोलॉजी, कार्डियक साइंस, न्यूरो साइंस, ट्रामा ट्रांसप्लांट तथा मां व शिशु केयर सेंटर सहित 81 तरह की चिकित्सा सुविधायें होंगी। साथ ही मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग हॉस्टल भी होगा। सबसे विशेष सुविधा 498 कमरों वाले गेस्ट हाउस की होगी जिसमे रोगियों के तीमारदार या परिजन रुक सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने माँ अमृतानंदमयी की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि आप सेवा एवं संवेदना के साथ अध्यात्म की प्रतिमूर्ति है।
मां अमृतानंदमयी की सेवा का विलक्ष उदाहरण पेश करती हैं। उनकी सेवाओं के साथ-साथ उनके जीवन के विषय में जानना भी जरूरी है। आपका जन्म 27 सितम्बर 1953 को केरल के समुद्रतटीय ग्राम आलप्पाड़ में हुआ। माता की बीमारी के कारण 9 वर्ष की आयु में पढ़ाई छोड़ घरेलू कार्य करने लगीं। किशोर अवस्था में श्री कृष्ण की आराधना में लगी और विवाह से इंकार कर दिया। जंगलों में जाकर ध्यान में लीन रहने लगीं। इनकी भक्ति और आध्यात्मिता की ख्याति देश से बाहर विदेशों तक पहुंच गई। दुनिया भर में अम्मा के साढ़े तीन करोड़ अनुयायी है। उनके ट्रस्ट ने अनेक अस्पताल, वृद्ध आश्रम, अनाथालय, शिक्षा केन्द्र, रोजगार प्रशिक्षण केन्द्र आदि खोले हुए‌ हैं। ट्रस्ट एक लाख गरीब बच्चों को मासिक छात्रवृत्ति देता है, एक लाख गरीबों को हर महीने आर्थिक मदद करता है, गरीबों को अब तक 40,000 आवास नि:शुल्क दिये गए। बाढ़ जैसी आपदाओं से पीड़ितों को 40 करोड़ रूपये की सहायता दी। पर्यावरण सुरक्षा, स्वच्छ भारत अभियान, निर्मल गंगा अभियान जैसे राष्ट्रीय अभियानों में सतत् मदद करती हैं।
इतना होते हुए भी केरल के वामपंथी नेता, कथित सेक्यूलर पत्रकार व आंदोलन जीवी माँ अमृतानंदमयी को प्रतिक्रियावादी और पाखंडी बताते हैं। कुछ कथित बुद्धिजीवियों ने तो अम्मा के ट्रस्ट का ऑडिट कराने की मांग भी कर दी। ट्रस्ट के संचालक स्वामी अमृतस्वरूपानंद ने ट्रस्ट के खाते को खुला रखा हुआ है ताकि कोई भी जांच कर सके। कम्युनिस्टों व कांग्रेस तथा लीगियों को अम्मा की कृष्ण भक्ति और सेवाभाव पसंद नहीं है किंतु मां की सेवाओं का दायरा नित्य प्रति बढ़ता ही जा रहा है। हमारी दृष्टि से फरीदाबाद और मोहाली में अस्पतालों का लोकार्पण होना आज की एक बड़ी खबर है।
गोविंद वर्मा
संपादक 'देहात'
Rani Sahu

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