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- गीता कोई धार्मिक...
हृदयनारायण दीक्षित। तुलना बराबर वालों के बीच होती है। गीता, बाइबल और कुरान समतुल्य नहीं है, लेकिन कर्नाटक में गीता और बाइबल की तुलना राष्ट्रीय चर्चा में है। राज्य के एक स्कूल ने अभिभावकों से कहा है, 'आप सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा सभी अवसरों पर उपस्थित रहेगा और साथ में बाइबिल रखने पर आपत्ति नहीं करेगा।' हिंदू जनजागृति मंच ने इसका विरोध किया है। आर्चबिशप ने इसका खंडन किया है। उक्त स्कूल ईसाई अल्पसंख्यक सुविधा के अंतर्गत संचालित है। कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि धार्मिक पाठ शैक्षिक पाठ्यक्रम का भाग नहीं हो सकते। उनसे गीता के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा, 'गीता सामाजिक मूल्यों व उत्कृष्ट जीवन का संदेश देती है। गीता में धार्मिक कर्मकांड नहीं है, जबकि बाइबल कहती है कि ईसाई होने के लिए बाइबल पर विश्वास जरूरी है। गीता में ऐसे कथन नहीं हैं।' गीता कोई निर्देश नहीं देती। गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा, 'मैंने सभी रहस्यों वाला ज्ञान दिया है। इस पर गहन विचार करो और जैसी इच्छा हो, वैसा करो।' यहां कोई आज्ञा नहीं। पूर्ण कर्म स्वतंत्रता है।