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- लोकतंत्र के लिए
लोकतंत्र एक कठिन मार्ग है, लेकिन उस पर चलने की पैरोकारी की हर कोशिश का स्वागत होना चाहिए। दुनिया में आधे से ज्यादा देशों में आज अगर लोकतंत्र स्थापित है, तो यह प्रमाण है कि संसार के ज्यादातर लोग लोकतंत्र को पसंद करते हैं। आधुनिक लोकतंत्र की स्थापना करने वाले अग्रणी राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बुलावे पर विश्वस्तरीय ऑनलाइन लोकतंत्र सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इसमें पाकिस्तान को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उसने आखिरी वक्त में भाग लेने से इनकार कर दिया है। दरअसल, इस सम्मेलन में चीन को आमंत्रित नहीं किया गया है और चीनी सत्ता प्रतिष्ठान विगत दिनों से अपनी नाराजगी लगातार जाहिर करने में लगा हुआ है। चीन में भले ही लोकतंत्र नहीं है, पर वह अपनी व्यवस्था को समाजवादी लोकतंत्र से कम नहीं मानता। एक समय तक अमेरिका चीनी व्यवस्था की ओर से आंखें मूंदे हुए था, पर जब चीनी व्यवस्था अमेरिका पर हावी होने लगी, तब उसकी नींद टूटी। लोकतंत्र पर सम्मेलन शायद अलोकतांत्रिक चीन को घेरने की अमेरिकी कोशिश ही है। हाल ही में अमेरिका चीन में आयोजित विंटर ओलंपिक में भाग लेने से इनकार कर चुका है, इससे भी चीन का रोष स्वाभाविक है।
हिंदुस्तान