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- Drone: रोजगार की उड़ान
Drone: रोजगार के क्षेत्र में नवीनता का अपना महत्व है। बढ़ते मानव संसाधन के साथ रोजगार के नए अवसर ढूंढना ही समझदारी है। ड्रोन के उपयोग और उससे जुड़ा प्रशिक्षण नई राह दिखाने में सक्षम है। इसका लाभ लेने से चूकना नहीं चाहिए। प्रदेश के पांच जिलों में ड्रोन स्कूल खोले जाने की नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की घोषणा रोजगार के क्षेत्र में एक उड़ान की तरह होगी। ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं सतना में प्रस्तावित इन स्कूलों में प्रशिक्षण लेकर 12वीं पास विद्यार्थी ड्रोन पायलट बन सकते हैं। वे इन्हें उड़ाने का प्रशिक्षण लेने के साथ ही इसकी तकनीक भी सीख सकते हैं। अनुमान है कि ड्रोन के बढ़ते उपयोग के साथ तीन लाख रोजगार सृजित होंगे। नई तकनीक से संबंधित होने से यह भी तय है कि इसका विकास होगा और अवसर बढ़ेंगे ही। ड्रोन अपनी उपयोगिता कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साबित कर चुके हैं। फिलहाल केंद्र और राज्य सरकार का फोकस कृषि के क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग बढ़ाना है। खाद-कीटनाशक छिड़काव में ये उपयोगी व श्रम और समय बचाने वाले साबित हो चुके हैं। नई किस्म की खाद नैनो (तरल) यूरिया का ड्रोन बेहतर ढंग से छिड़काव करते हैं।
नई दुनिया