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- China-US Tension: क्या...
ओम तिवारी। एक कहावत है सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. कहावत इतनी मशहूर है कि यहां अर्थ बताने की कोई जरूरत नहीं है. अब एक सवाल सामने रखता हूं. दुनिया में चीन की इमेज कैसी है? अब यह एक ऐसा सवाल है जिसका खुद चीन के लोग भी वही जवाब देंगे तो धरती के किसी दूसरे कोने में मौजूद कोई व्यक्ति देगा. चाहे वो विस्तारवाद की नीति हो या लोकतंत्र के दमन का इतिहास हो, सुपरपावर नंबर वन बनने की चाहत हो या नागरिकों के अधिकार के हनन की क्रूर हकीकत हो. चीन की यह इमेज किसी से छिपी नहीं है. चीन के सुप्रीम नेताओं ने देश की ऐसी छवि बनाई है. ताइवान और हॉन्ग कॉन्ग से लेकर मलेशिया, जापान और भारत तक ऐसा कोई देश नहीं जो चीन की विस्तारवादी नीति से परेशान नहीं हो. खुद चीन में शिनजियांग प्रांत के उइगर मुसलमानों से लेकर इनर मंगोलिया के मंगोल, तिब्बत के बौद्ध और देश की आम आबादी तक ऐसा कोई नहीं है जिसने साम्यवादी सरकार का जुल्म नहीं झेला हो.