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भारत, जिसे कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है, वहां पर बच्चों में कुपोषण की विकट समस्या चिंंता का विषय तो है
भारत, जिसे कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है, वहां पर बच्चों में कुपोषण की विकट समस्या चिंंता का विषय तो है ही, लेकिन कुपोषण के लिए खुद लोग भी काफी हद तक जिम्मेदार हंै। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि सरकारों ने देश के बच्चों को रोगमुक्त करने के लिए विशेष योजनाएं अमल में लाई हैं, लेकिन कुछ न कुछ कारण जरूर है जिससे देश में कुपोषण से बच्चों का आंकड़ा चिंताजनक अवस्था में है। इस चिंताजनक आंकडे़ की वजह बेशक सरकार की गलत नीतियां भी हैं, लेकिन अनपढता, अज्ञानता भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेवार है। कुछ लोग अपनी हैसियत से ज्यादा बच्चे पैदा कर लेते हैं और कुछ लोगों को बच्चों को रोगों से बचाने वाले टीकों की जानकारी नहीं होती। कुपोषण के समाधान के लिए जागरूकता जरूरी है।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा
Rani Sahu
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