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- राष्ट्रपति का चुनाव
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : भारतीय लोकतंत्र के लिए यह किसी उत्सव से कम नहीं कि देश में राष्ट्रपति का चुनाव होने जा रहा है। सन 1950 से अगर हम देखें, तो यह राष्ट्रपति पद के लिए 17वां चुनाव होगा। राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने तारीखों का एलान कर दिया है। 18 जुलाई को मतदान होगा और 21 जुलाई को देश के नए राष्ट्रपति के नाम का एलान हो जाएगा। ध्यान रहे, मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को संपन्न होने जा रहा है, उससे पहले ही देश को अपना नया प्रथम नागरिक चुन लेना है। जाहिर है, इस पद के लिए होने वाले मतदान में जनता की सीधी भागीदारी नहीं होती है, लेकिन राष्ट्रपति को लेकर लोगों में कौतूहल बहुत होता है। लोग योग्यतम और निर्विवाद व्यक्ति को इस पद पर देखना चाहते हैं, लेकिन वास्तव में राजनीतिक दल अपने हिसाब से उम्मीदवार चुनते हैं। हालांकि, एक आम आदमी भी कुछ जरूरी योग्यताओं के साथ राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकता है, लेकिन ऐसा कम ही होता है। भारतीय लोकतंत्र का ढांचा और राष्ट्रपति चुनाव के प्रारूप को ऐसा बनाया गया है कि जिसमें आम आदमी के लिए भी जगह बन सकती है। लेकिन मतदाता तो विधानसभाओं और संसद के ही सदस्य होंगे।
सोर्स-livehindustan