x
एक मां अपने बच्चे से कितना प्यार करती है इसका हिसाब कोई भी नहीं लगा सकता
एक मां अपने बच्चे से कितना प्यार करती है इसका हिसाब कोई भी नहीं लगा सकता. वो अपने बच्चे के लिए जान दे भी सकती है और ले भी सकती है. पर सोचिए कि अगर उसे अपने बच्चे से न चाहते हुए भी दूर रहना पड़े तो उसकी क्या हालत होगी! बेशक इससे ज्यादा मुश्किल स्थिति किसी भी महिला के लिए नहीं हो सकती. मगर केरल की एक महिला को 25 साल (Woman reunited with son after 25 years) ऐसी ही स्थिति में रहना पड़ा क्योंकि वो अपने बेटे से लंबे वक्त तक दूर रही. अब जब दोनों मिल गए हैं तो उनके खुशी (Kerala woman cried after meeting son after 25 years) का ठिकाना नहीं है.
हाल ही में एशियानेट न्यूज चैनल ने एक शख्स और उसकी मां (mother reunited with long-lost son) के दर्द को लोगों को बताया जो एक दूसरे से परिस्थितियों के कारण अलग हो गए थे. एशियानेट के अनुसार गीता नाम की एक महिला केरल (Kerala mother-son reunited) की रहने वाली थी जो काम की वजह से 30 साल पहले गुजरात (Gujarat) शिफ्ट हो गई थी. वहां उसे राम भाई नाम के शख्स से प्यार हो गया और दोनों ने शादी कर ली. जब उनका बेटा गोविंद पैदा हुआ तो वो केरल शिफ्ट हो गए. हालांकि, जब गीता दूसरी बार प्रेग्नेंट हुईं तो उनके और पति के बीच झगड़े होने लगे और वो डेढ़ साल के गोविंद को अपने साथ लेकर गुजरात शिफ्ट हो गए. राम भाई ने गीता के लिए सिर्फ एक चिट्ठी छोड़ी जिसमें लिखा था कि वो उन्हें छोड़ने की कोशिश ना करे.
बेटे को गुजरात ले गया पिता, केरल में रह गई मां
एशियानेट से बात करते हुए गोविंद और गीता ने बताया कि अलग होने के बाद उनकी जिंदगी कैसी हो गई. राम भाई ने गुजरात जाकर दूसरी शादी कर ली और गीता केरल में ऑटो ड्राइवर बन गईं. वो हमेशा भगवान से यही प्रार्थना करती थीं कि मरने से पहले वो एक बार अपने बेटे को देखना चाहती हैं. दूसरी ओर गोविंद की बुआ हमेशा उसे कहती थीं कि उसे अपनी असली मां की तलाश करनी चाहिए.
बेटे को देखकर खूब रोई मां
25 साल बाद कोट्टयम के करुकचल पुलिस अधिकारियों की मदद से गोविंद ने अपनी का खोजा. एक दिन गीता को पंचायत के एक सदस्य का फोन आया तो उन्हें लगा कि घर के किराय से जुड़ी कॉल होगी मगर जब उन्होंने ये सुना कि उनका बेटा पुलिस स्टेशन में उनका इंतजार कर रहा है तो वो खुशी झूम उठीं. बेटे को देखने के बाद उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे. एशियानेट चैनल को दिए इंटरव्यू में भी दोनों फूट-फूटकर रोते नजर आ रहे हैं. गोविंद बचपन से गुजरात में रहा है तो उसे सिर्फ गुजराती और हिन्दी बोलना आता है, इसलिए गीता को उससे टूटी-फूटी हिन्दी में बाद करनी पड़ती है. अब गोविंद ने तय किया है कि वो अपनी मां के साथ ही रहेगा.
Next Story