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इंटरनेट पर इन दिनों इंग्लैंड की एक महिला और उसकी प्रीमैच्योर बेबी से जुड़ी खबर काफी वायरल हो रही है
इंटरनेट पर इन दिनों इंग्लैंड की एक महिला और उसकी प्रीमैच्योर बेबी से जुड़ी खबर काफी वायरल हो रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महिला की बच्ची 23वें हफ्ते यानी 6 महीने में ही पैदा हो गई थी. बच्ची चूंकि प्रीमैच्योर थी, इसलिए उसकी साइज एक बॉलपेन बराबर थी. जन्म के वक्त बच्ची इतनी कमजोर थी कि उसे 13 महीने तक आईसीयू में रहना पड़ा था.
किसी भी महिला के लिए मां बनना उसकी जिंदगी का सबसे सुखद पल होता है. लेकिन कभी-कभी उसकी खुशियों में ग्रहण भी लग जाता है. एक मां के लिए सबसे कठिन पल तब होता है, जब उसका बच्चा स्वस्थ पैदा नहीं होता. इंग्लैंड के लिवरपुल की रहने वाली कारेन के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. कारेन ने 2017 में एक बच्ची को जन्म दिया था. चूंकि उनकी बच्ची 23वें हफ्ते में ही पैदा हो गई थी, इसलिए तब उसका वजन महज 650 ग्राम ही था. ऐसे में बच्चे का जिंदा रहना मुश्किल हो जाता है.
लंदन न्यूज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कारेन ने अपनी बच्ची के जन्म से एक साल पहले अपने बेटे को जन्म दिया था. बेटा जॉर्ज भी प्रीमैच्योर बेबी था. कारेन ने बताया कि जॉर्ज 22वें हफ्ते में ही पैदा हो गया था. वह केवल दो घंटे ही जिंदा रह सका था. जॉर्ज की मौत के बाद कारेन और उनके पति गहरा सदमा लगा था. इसीलिए जब उनकी बच्ची भी प्रीमैच्योर पैदा हुई, तो उनकी आंखों से आंसू निकल आए.
कारेन ने बताया कि जन्म के वक्त उनकी बेटी का वजन केवल 650 ग्राम था. वहीं, उनकी बच्ची का साइज एक बॉलपेन जितना ही था. लोकल वेबसाइट्स पर इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. बता दें कि कारेन की बच्ची 13 महीने तक आईसीयू में ही डॉक्टरों की देखरेख में रही. हालांकि, इतनी मुश्किलों के बाद आज उनकी बेटी बिलकुल स्वस्थ है. अब वह चार साल की हो चुकी है. डॉक्टरों का कहना है कि कारेन की बेटी एक मिरेकल बेबी है. ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में उसका बच पाना मुश्किल था.
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