जरा हटके

अमेरिका में कैद इस नज़ारे ने एक्सपर्ट्स को भी कर डाला हैरान, देखे आप भी

Ritisha Jaiswal
10 Aug 2022 10:44 AM GMT
अमेरिका में कैद इस नज़ारे ने एक्सपर्ट्स को भी कर डाला हैरान, देखे आप भी
x
प्रकृति को समझ पाना असम्भव है. इसमें कई राज, कई नए किस्म की चीजें सम्मिलित है.

प्रकृति को समझ पाना असम्भव है. इसमें कई राज, कई नए किस्म की चीजें सम्मिलित है. पृथ्वी पर अक्सर ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं, जो आम इंसान के साथ ही प्रकृति को नजदीक से पढ़ रहे एक्सपर्ट्स को भी हैरान कर देता है. बीते दिनों आसमान में एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला. इसे द रिवर्स लाइटनिंग बोल्ट्स (reverse lightning bolts) कहा जाता है. वैसे तो ये नजारा दुनिया में पचास हजार साल में एक बार दिखाई देता है. लेकिन इस बार जब ये दिखा तो साइंटिस्ट्स भी हैरान रह गए. ये अब तक का सबसे पावरफुल बोल्ट था.

साइंटिस्ट्स इस नज़ारे को देखकर हैरान रह गए. ये अभी तक का सबसे पावरफुल जेट कहा जा रहा है. जहां आमतौर पर लाइटनिंग बोल्ट आसमान से धरती की तरफ आती है, वहीं इस फिनोमिना में उल्टा होता है. इसमें रोशनी धरती से आसमान की तरफ जाता है. ये क्यों होता है, इसकी जांच में कई साइंटिस्ट्स लगे हैं लेकिन इसका जवाब अभी तक मिल नहीं पाया है. लेकिन ये कई कई हजार सालों में एक बार देखने को मिलता है. इस बार जब अमेरिका के ओक्लाहोमा में ये दिखा तो सबको हैरान कर गया.
अभी तक का सबसे पावरफुल झटका
इस रोशनी को जिगजैग में रिकॉर्ड किया जाता है. अमेरिका के ओक्लाहोमा में ये देखने को मिला. धरती से पचास मील ऊपर तक तेज रौशनी को जाते हुए रिकॉर्ड किया गया. आमतौर पर बिजली आसमान से पृथ्वी पर गिरती है लेकिन यहां बिलकुल उल्टा हुआ. आमतौर पर लाइटनिंग बोल्ट के चार्ज को कोलोम्बस में रिकॉर्ड किया जाता है. अभी तक जितने बोल्ट्स रिकॉर्ड किये गए हैं वो 5 से ज्यादा के नहीं होते. लेकिन इस बार जो बिजली गिरी, वो तीन सौ कोलोम्बस थी.
सबसे बड़ी बिजली
आसमान से तो कई बार बिजली धरती पर गिरती है लेकिन कई हजार सालों में एक बार धरती भी आसमान पर बिजली गिराती है. इस बार जो बिजली आसमान पर गिरी वो पहले के मुकाबले कभी बड़ी और ताकतवर थी. ये आसमान में पचास मील ऊपर दिखाई दी. वैसे तो ये बिजली 14 मई 2018 को गिरी थी लेकिन अब जाकर इसकी तस्वीरें सामने आई हैं. इसे एक सिटिज़न साइंटिस्ट ने कैद किया था, जिसके बाद इसे स्टडी करने के लिए इसे साइंस एडवांस जर्नल में शामिल किया गया. लगातार इसपर रिसर्च कर पता लगाया जा रहा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है?


Next Story