जरा हटके
इस शहर की ज़मीन के नीचे 60 सालों से सुलग रही है आग...जानें इसके बारे में
Ritisha Jaiswal
22 Aug 2022 9:53 AM GMT
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कुछ जगहें ऐसी होती हैं, जिनका इतिहास काफी पुराना होता है लेकिन धीरे-धीरे ये बाकी दुनिया से कट जाती हैं
कुछ जगहें ऐसी होती हैं, जिनका इतिहास काफी पुराना होता है लेकिन धीरे-धीरे ये बाकी दुनिया से कट जाती हैं. इसकी वजह कोई प्राकृतिक आपदा, वायरस या कैमिकल की वजह से हुई ताबाही या फिर दुर्घटना भी हो सकती है. हालांकि कुछ ऐसी भी जगहें होती हैं, जिनके बारे में न तो लोग अच्छी तरह से समझ पाते हैं, न ही जान पाते हैं कि वहां क्या और क्यों हुआ. एक ऐसा ही शहर (Deserted Town has Underground Fire) है, जहां ज़मीन के नीचे सालों से आग सुलग रही है.
अमेरिका के Centralia नाम के शहर के नीचे पिछले 61 साल से आग धधक रही है. लगातार सुलगती हुई धरती की वजह से अब ये जगह लोगों से कट गई है. न तो यहां ट्रैफिक है और न ही कोई इस जगह पर आता-जाता है. ये जगह अमेरिका के पेंसिलवेनिया में मौजूद है और एक वक्त में ये काफी व्यस्त रहा करती थी. अब इस शहर को जो लोग जानते भी हैं, वो सिर्फ इस वजह से कि यहां ज़मीन के नीचे आग धधकती रहती है.
माइनिंग टाउन हुआ करती थी जगह
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक सेंट्रालिया नाम की ये जगह एक वक्त में माइनिंग टाउन हुआ करती थी और काफी व्यस्त रहती थी. हालांकि मई, 1962 तक यहां ये काम बंद हो गया और लोगों का आना-जाना भी कम हो गया. कोयले की खदानों में आग लगी और वो धीरे-धीरे अंदर की तरफ बढ़ती रही. हैरानी की बात ये है कि इस बात को 60 साल बीत चुके हैं लेकिन आग भी ज़मीन के नीचे खदानों में वो आग सुलग रही है और इससे धुआं निकलता है. ऐसा नहीं है कि ये जगह अचानक ही खाली हो गई थी. यहां से दशकों तक लोग धीरे-धीरे करके शिफ्ट होते रहे और साल 2020 आते-आते ये जगह पूरी तरह खाली हो गई.
अब भूतिया शहर हो चुका है सेंट्रालिया
बताया जाता है कि 1980 तक यहां से 1000 लोग गए थे और 2020 में आखिरी 4 लोग भी यहां से शिफ्ट हो गए. साल 1980 में यहां 2700 लोगों का परिवार रहा करता था. कई बार आग बुझाने की भी कोशिश हुई, लेकिन हानिकारक गैसों का रिसाव होने की वजह से इसे यूं ही छोड़ दिया गया. जो धुआं यहां से निकला, उसे टेस्ट करने पर पता चला कि इसमें कार्बन मोनोक्साइड का खतरनाक स्तर मौजूद था. हालांकि आज भी इस जगह पर कुछ घर वैसे के वैसे खड़े हैं और कुछ खाली पड़ी बिल्डिंग्स भी. ज्यादातर इमारतों को या तो अथॉरिटी ने हटा दिया या फिर वे कुदरती तौर पर ढह गईं.
Ritisha Jaiswal
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