जरा हटके

लड़ाई के दौरान टूट गई थी चोंच, डेढ़ घंटे ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने लगा दी टाइटेनियम बीक

Rani Sahu
28 Dec 2021 6:27 PM GMT
लड़ाई के दौरान टूट गई थी चोंच, डेढ़ घंटे ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने लगा दी टाइटेनियम बीक
x
पक्षियों के लिए जो अंग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है

पक्षियों के लिए जो अंग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, वो उनकी चोंच है. ऐसे में अगर उनकी चोंच को कुछ हो जाए, तो उनके लिए खाने-पीने से लेकर और भी तरह-तरह की परेशानियां पेश आने लगती हैं. एक ऐसा ही हुआ एक मकाऊ के साथ, जिसे डॉक्टरों ने टाइटेनियम की चोंच (Macaw Gets Titanium Robo Beak) का तोहफा दिया है.

ब्रिटेन के रहने वाले ट्रेवॉर ग्लोवर ( Trevor Glover) साउथ अफ्रीका की प्लेटेनबर्ग बे में बर्ड सैंक्चुअरी (bird ­sanctuary) चलाते हैं. यहीं रहने वाले एक 20 साल के मकाऊ को थ्रीडी प्रिंटेड टाइटेनियम रोबो बीक ( 3D printed titanium robo-beak) लगाई गई है. अब उसकी चोंच की आवाज़ सुनकर लोग कई बार परेशान हो जाते हैं, क्योंकि ये पिंजरे के छड़ पर बार-बार इसे टकराता है. मैक्स नाम के इस मकाऊ को उसके ओनर काफी प्यार करते हैं.
लड़ाई के दौरान टूट गई थी चोंच
The Sun की रिपोर्ट के मुताबिक 75 साल के ट्रेवॉर ग्लोवर ने मैक्स को तब एडॉप्ट किया था, जब उसके ओनर किसी दूसरे देश में शिफ्ट हो रहे थे. वो बर्ड सैंक्चुअरी में आने के बाद खुद को यहां एडजस्ट कर रहा था. वो थोड़ा लड़ाकू था, ऐसे में उसने एक दिन हॉर्मोन सीज़न के दौरान किसी दूसरे मकाऊ पर हमला किया, जिसने उसकी चोंच को बुरी तरह डैमेज कर दिया था. मैक्स की चोंच टूटने के बाद उसे अलग रखा गया. वो नरम खाना ही खा पाता था और किसी भी तरह कड़ी और तोड़ने वाली चीज़ें नहीं खा पाता था. इसकी वजह से न सिर्फ वो दुखी था, बल्कि उसका वज़न भी कम होता जा रहा था. इसी बीच उनके मालिक के दिमाग में प्रोस्थेटिक बीक का आइडिया आया.
टाइटेनियम बीक ने बदल दी ज़िंदगी
मैक्स के मालिक ट्रेवॉर के मुताबिक वे साउथ अफ्रीकन एनिमल्स पर एक डॉक्यूमेंट्री देखने के दौरान प्रॉस्थेटिक लिम्ब्स के बारे में सोचने लगे. उन्हें लगा कि इसी तरह प्रोस्थेटिक बीक के ज़रिये मैक्स को नया जीवन दिया जा सकता है. डॉक्टरों की मदद से मैक्स के लिए एक थ्रीडी प्रिंटेड टाइटेनियम रोबो बीक बनाई गई, लगभग 90 मिनट के ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने नट-बोल्ट की सहायता से मैक्स की टूटी हुई चोंच पर ये मेटल वाली चोंच लगा दी और ये काम कर गई. करीब 2 साल के बाद एक बार फिर मैक्स सॉलिड फूड खा सका है और अपनी नॉर्मल ज़िंदगी में वापस आ गया.
Rani Sahu

Rani Sahu

    Next Story