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जानिए टिकटॉक स्टार जॉर्डन टर्निप की सक्सेस की कहानी

Bharti sahu
15 Jan 2022 2:22 PM GMT
जानिए टिकटॉक स्टार जॉर्डन टर्निप की सक्सेस की  कहानी
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21 की उम्र में टिकटॉक स्टार बनी जॉर्डन टर्निप (Jordan Turpin) को ये सक्सेस इतनी आसानी से नहीं मिली

21 की उम्र में टिकटॉक स्टार (Tiktok star) बनी जॉर्डन टर्निप (Jordan Turpin) को ये सक्सेस इतनी आसानी से नहीं मिली. यहां तक पहुंचने से पहले उन्होंने जो कुछ सहा है उसे सुनकर आपका कलेजा दहल उठेगा. मात्र 17 साल की उम्र में उन्हें अपने घर से भागने को मजबूर होना पड़ा. पहले न तो बाहर की दुनिया ठीक से देखी थी, न रात के अंधेरे में कभी सड़कों पर घूमी थी. अनजान दुनिया में वो अकेली क्या करेंगी, कैसे करेंगी आने वाली मुसीबतों का सामना? इन सवालों के कोई जवाब न होने के बावजूद वो निकल पड़ी थी अकेली. वजह थी अपने ही घर में मिल रही वो ज़िल्लत जिसे अब वो नहीं झेल सकती थी.

जॉर्डन 2018 में अपने घर से भागी थी. बाहर आकर उन्होंने पुलिस को फोन कर मदद भी मांगी. उनके पीछे घर में बचे भाई-बहन भी इतने प्रताड़ित थे कि उनका दर्द असहनीय था. उनके माता-पिता अपने बच्चों को घर में जानवरों की तरह बांधकर रखते थे. मारते-पिटते थे. बाद में पुलिस ने जॉर्डन की शिकायत पर उनके घर से 12 भाई बहनों को मुक्त कराकर आरोपी पैरेंट्स को जेल पहुंचाया.
ज़ंजीरों से जकड़ा, बिस्तर में बांधा, ऐसी थी ज़िंदगी
जॉर्डन के मुताबिक उनकी ज़िंदगी नर्क से भी बद्तर थी. 13 भाई बहनों में से एक जॉर्डन तो घर की खिड़की से भाग निकली थी. मगर उन्हें चिंता थी तो अपने भाई-बहनों की जो अब भी उन शैतानों के घर में प्रताड़ित हो रहे थे. पुलिस ने टर्निप हाउस मे छापा मारा तो वहां का मंज़र बेहद खौफनाक था. वहां जंजीरों में जकड़े युवा, और बेड में बांधकर पड़े बच्चे दिखाई दिए जो जॉर्डन के सिबलिंग्स थे. 2019 में कार्रवाई हुई और क्रूर पैरेंट्स डेविड और लुइस (David and Louise) को अपने बच्चों को प्रताड़ित करने का दोषी मानते हुए 25 साल की सज़ा हुई.
4 साल में बदल गई ज़िंदगी, आज हैं लाखों फैन्स
जॉर्डन को गाने लिखने और डांस का बहुत शौक है. वो अक्सर ऐसे वीडियो भी बनाती रहती हैं जिसे फैंस बहुत पसंद करते हैं. टिकटॉक पर जॉर्डन के 5 लाख फालोअर्स हैं. उनके एक-एक वीडियो मिलियन्स बार देखे जाते हैं. मोटिवेशनल स्पीच के ज़रिए वो लोगों को अपने बुरे दौर से उबरने में मदद भी करती हैं. ज़रूरतमंदों की मदद करना उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है. मां-बाप से मिले दर्द से उबर कर आज जॉर्डन संभल चुकी हैं मगर कम उम्र में मिले ज़ख्म अभी भरे नहीं हैं. उन दिनों को याद कर वो आज भी रो पड़ती हैं.


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