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होंडा एक्टिवा भारतीय बाजार में सबसे लोकप्रिय स्कूटर है। यह पहला स्कूटर है जिसने गियरलेस स्कूटरों के लिए बाजार में जगह बनाई।एक शख्स ने अपनी एक्टिवा को एक हाइब्रिड रूप में बदल दिया हैग्रोसरी हुक के ठीक नीचे लगा चार्जिंग पॉइंट
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Honda Activa Petrol to Hybrid: होंडा एक्टिवा भारतीय बाजार में सबसे लोकप्रिय स्कूटर है। यह पहला स्कूटर है जिसने गियरलेस स्कूटरों के लिए बाजार में जगह बनाई। हालांकि अब पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर चुके हैं। इसका कई लोगों की जेब पर पड़ा है, और लोग इसके विकल्प भी तलाशते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर आजकल देखा जा रहा है। जिसमें एक शख्स ने अपनी एक्टिवा को एक हाइब्रिड रूप में बदल दिया हैग्रोसरी हुक के ठीक नीचे लगा चार्जिंग पॉइंट
इस वीडियो को लकी इलेक्ट्रॉनिक्स लैब द्वारा अपलोड किया गया है। वीडियो में दिख रही एक्टिवा पेट्रोल के साथ-साथ बिजली से भी चल सकती है। जिसे यह एक हाइब्रिड स्कूटर बन जाती है। एक्टिवा स्कूटर पर आने वाले ग्रोसरी हुक के ठीक नीचे एक चार्जिंग पॉइंट लगाया गया है। बैटरी को एक्टिवा के अंडर-सीट स्टोरेज में इंस्टाल और स्टोर किया गया है। वहीं बैटरी के ठीक बगल में एक MCB भी लगाया गया है। जिससे आप बैटरी को बंद और चालू कर सकते हैं।
कितनी है टॉप स्पीड
वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक इस स्कूटर में दी गई इलेक्ट्रिक मोटर 48 वोल्ट, 60 वोल्ट और 72 वोल्ट पर चल सकती है। वोल्टेज के आधार पर स्कूटर की स्पीड को बढ़ाया या घटाया जा सकता है। 48 वोल्ट पर चलने पर इस वाहन की टॉप स्पीड 40 किमी प्रति घंटे की है। जबकि 72 वोल्ट पर स्कूटर को 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से काफी आसानी से हिट किया जा सकता है।
इलेक्ट्रिक अवतार में नहीं काम कर रही हेडलाइट
स्कूटर के कीहोल के दाईं ओर एक स्विच लगा होता है जिसके माध्यम से आप ड्राइवट्रेन को इलेक्ट्रिक या पेट्रोल में शिफ्ट कर सकते हैं। मालिक द्वारा वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक जब इंजन नहीं चल रहा होता है तो इस स्कूटर की हेडलाइट काम नहीं करती है। जिसके लिए लैंप का एक अतिरिक्त सेट लगाया गया है। जिसे दूसरे स्विच से चालू किया जा सकता है।
बैटरी की वजह से भारी होने पर
आप स्कूटर को इलेक्ट्रिक मोड में भी रिवर्स भी कर सकते हैं जो पार्किंग में फंसने पर काम आ सकता है। रिवर्सिंग सिस्टम लगाने का एक और कारण यह था कि बैटरी की वजह से स्कूटर काफी भारी हो गया है। जिसके चलते रिवर्स करने में परेशानी का समाना करना पड़ रहा था। वहीं पिछले टायर पर इलेक्ट्रिक मोटर लगाई गई है। स्कूटर को हाइब्रिड में बदलने के लिए यह अनिवार्य है कि पिछला टायर ट्यूबलेस हो।
ड्राइविंग रेंज किसी भ्सी स्कूटर के लिए सबसे बड़ी बात है, जिस पर लोगों की नजरें होती हैं। इस स्कूटर को 48 वोल्ट की बैटरी पर सिंगल चार्ज में 50 किमी तक चलाया जा सकता है। बताते चलें, कि इस स्कूटर को पेट्रोल से हाइब्रिड में बदलने में करीब 50,000 का खर्चा आया है।
Admin4
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