यह पता चला है कि एक्स एयर होस्टेस वेस्ना वुलोविक (Vesna Vulović) एकमात्र व्यक्ति नहीं थीं, जो विमान दुर्घटना में जीवित बचीं. बहिया बाकरी (Bahia Bakari) का भी ऐसा ही अनुभव था. वह 2009 में सिर्फ 12 साल की थी, जब यमन एयरवे की फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. 30 जून 2009 को, बहिया अपनी मां के साथ एक शादी में शामिल होने के लिए पेरिस से कोमोरोस के लिए उड़ान भर रही थी. अफसोस की बात है कि विमान लैंडिंग के वक्त समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें बहिया बाकरी की मां सहित 141 यात्रियों और चालक दल के 11 सदस्यों की मौत हो गई.
25 साल की महिला ने बताई अपनी दर्दनाक घटना
लगभग तेरह साल बाद, अब 25 वर्षीय बहिया बाकरी ने दुखद घटना के बारे में लोगों से साझा किया और बताया कि वह विमान दुर्घटना में कैसे बची थीं. बकरी ने 23 मई को पेरिस कोर्ट में बोलते हुए कहा, 'हम लैंड रहे थे, मुझे कुछ अबीज महसूस होने लगा, लेकिन लोगों ने इस बारे में बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया. फिर मुझे बिजली का झटका लगा और पानी में मेरी आंख खुली. मुझे याद नहीं है कि विमान में बैठने और लोगों के साथ क्या हुआ. मुझे ब्लैक होल जैसा महसूस हुआ.'
जब विमान पानी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, तो बहिया बाकरी ने मलबे के एक टुकड़े को पकड़ लिया और मदद आने तक खुद को बचाए रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया. एक मछुआरे द्वारा देखे जाने से पहले वह 11 घंटे तक पानी में थी. उसे बचाया गया और एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पाया कि दुर्घटना में उसके कॉलरबोन और कूल्हे टूट गए और अन्य चोटों का सामना करना पड़ा था.
कौन है एक्स एयर होस्टेस वेस्ना वुलोविक
एक महिला ने प्लेन क्रैश की अपनी दर्दनाक घटना के बारे में लोगों को बताया है. एक्स एयर-होस्टेस वेस्ना वुलोविक (Air-Hostess Vesna Vulović) ने उस कहानी के बारे में बताया, जिसमें वह जिंदा बच गई. जिंदा बचे रहने की यह घटना किसी को भी झकझोर कर रख देगी. यह एक ऐसी घटना है जो प्लेन में यात्रा करने वाले लोगों को हैरान कर देगी. वेस्ना वुलोविक सिर्फ 23 साल की थीं, जब वह जेएटी यूगोस्लाव एयरलाइंस फ्लाइट 36 (JAT Yugoslav Airlines Flight 36) में फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में काम कर रही थीं.
50 साल पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
जब यह घटना हुई, विमान 26 जनवरी 1972 को चेक गणराज्य (तब चेकोस्लोवाकिया) के ऊपर से उड़ान भर रहा था, जो कि स्वीडन के स्टॉकहोम से सर्बी के बेलग्रेड के लिए उड़ान भरी गई थी. इस घटना में विमान के तीन टुकड़े हो गए, जिससे उसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई, लेकिन वेस्ना वुलोविक इस हादसे में बच गईं. वह न केवल विस्फोट से बच गई, बल्कि बिना पैराशूट के 33,333 फीट नीचे गिर गई. दुर्घटना वाले दिन वेस्ना वुलोविक को विमान में नहीं होना चाहिए था, क्योंकि एयरलाइन ने उसे उसी नाम के एक अन्य फ्लाइट अटेंडेंट के साथ कन्फ्यूज किया. 28 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में वह अकेली यात्री थीं जो दुर्घटना में जीवित बची. बिना किसी पैराशूट के वेस्ना का गिरना अब तक का हाइएस्ट फॉल दर्ज है. पचास साल बाद भी यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना हुआ है.