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दुनिया में ऐसे कई जीव रह चुके हैं, जो अब गायब हैं. एक समय था जब धरती पर इनके नंबर काफी ज्यादा थे
दुनिया में ऐसे कई जीव रह चुके हैं, जो अब गायब हैं. एक समय था जब धरती पर इनके नंबर काफी ज्यादा थे. लेकिन आज के समय में ये गायब हो चुके हैं. कुछ जानवरों के विलुप्त होने की वजह उनका अंधाधुंध शिकार है तो कुछ प्रकृति के कहर की वजह से गायब हो गए. प्रकृति के कारण गायब हुए जीवों में एक है डायनासोर. ये एक समय में दुनियाभर में फैले हुए थे. लेकिन आज इनकी हड्डियां और अवशेष ढूंढकर उनके आधार पर विशेषज्ञ राय देते हैं. हाल ही में टेक्सास (Texas) से एक डायनासोर के पांव के निशान मिले हैं. ये निशान कई सालों से चट्टान के अंदर छिपे थे, जिसके ऊपर से पानी बहा करता था. लेकिन अब सूखा पड़ जाने की वजह से ये सतह पर नजर आने लगा है.
जानकारी के मुताबिक़, डायनासोर के पैरों के निशान 113 मिलियन साल पुराना है. यानी ये निशान दुनिया की नजरों स एकरीब 11 करोड़ 30 लाख साल तक छिपे हुए थे. अब जब इस एरिया में भीषण सूखा पड़ा है, तब जाकर पैरों के ये निशान वापस से नजर आने लगे हैं. इन निशानों के आधार पर अभी कहा जा रहा है कि ये सात टन वजनी, 15 फ़ीट के Acrocanthosaurus स्पीसीज का डायनासोर था. जानकारी एक मुताबिक़, ये प्रजाति असल में Tyrannosaurus प्रजाति का कजिन था.
अलग-अलग डायनासोर के पैरों के निशान
एक्सपर्ट्स को चट्टान पर जो निशान मिले हैं, वो किसी एक डायनासोर के नहीं है. असल में यहां कई निशान मिले हैं और बताया जा रहा है कि इनमें कई लग डायनासोर शामिल हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसमें 44 टन के Sauroposeidon के निशान भी है. ये करीब 60 फ़ीट के हुआ करते थे. इन निशानों को रिकॉर्ड कर उसका एक वीडियो पार्क के ऑफिशियल्स ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. ये निशान कई सालों से पलुसी नदी के नीचे थे. अब सूखा पड़ने पर ये नदी सूख गई है, तब जाकर ये निशान सतह पर दिखने लगे हैं.
डायनासोर के अस्तित्व से भरा है पार्क
टेक्सास का ये पार्क डायनासोर के अस्तित्व से भरा पड़ा है. इस एरिया में कई डायनासोर रहा करते थे. अभी तक खुदाई में इस जगह से उनसे जुड़े कई अवशेष मिल चुके हैं. लेकिन पानी के नीचे भी ऐसा कुछ होगा, इसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी. यहां मांसाहारी के अलावा शाकाहारी डायनासोर के अवशेष भी मिल चुके हैं. कुछ तो हाथी से भी बड़े हुआ करते थे, वहीं तीन अँगुलियों वाले डायनासोर के अवशेष भी इसी पार्क से मिले थे. अब जब ये नदी सुख गई है, तो एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि शायद कोई नई प्रजाति भी मिल जाए, जो पानी में रहा करती थी. इसे लेकर टीम जांच में लग गई है
Ritisha Jaiswal
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