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जाने क्या कारण है की इस देश के किसान मुर्गियों को भांग क्यों खिला रहे हैं

Teja
22 Jun 2022 3:47 PM GMT
जाने क्या कारण है की इस देश के किसान मुर्गियों को भांग क्यों खिला रहे हैं
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Know what is the reason why the farmers of this country are feeding hemp to the chickens जाने क्या कारण है की इस देश के किसान मुर्गियों को भांग क्यों खिला रहे हैं

जनता से रिश्ता वेब डेस्क :- दुनियाभर में आए दिन अजीबोगरीब खबरें सुनने को मिलती हैं। अब इस बीच एक बार फिर ऐसी ही खबर सामने आई है जिसके बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। आमतौर पर नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली भांग कई देशों में बैन है, लेकिन थाईलैंड में किसान अपनी पालतू मुर्गियों को भांग खिला रहे हैं। इसके पीछे की वजह भी अजीबोगरीब है।

यहां के किसान एंटीबायोटिक्स से बचाने के लिए मुर्गियों को भाग खिला रहे हैं। थाईलैंड के उत्तर में शहर लम्पांग में पोल्ट्री फॉर्म के किसानों ने वैज्ञानिकों के कहने पर ऐसा करना शुरू किया है। चियांग माई यूनिवर्सिटी के कृषि विभाग के वैज्ञानिकों की सलाह पर इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। नेशन थाईलैंड में सबसे पहली रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। किसानों ने अपनी मुर्गियों को एंटीबायोटिक्स लगवाया था। आइए जानते हैं कि आखिर वहां के किसान ऐसा क्यों कर रहे हैं।

उनका कहना है कि मुर्गियों को एवियन ब्रॉन्काइटिस नामक की बीमारी हो गई। इसके बाद उन्होंने मुर्गियों को पीपीपी के तहत भांग वाली डाइट रखा। यहां पर कुछ फार्मों के पास भांग उगाने का लाइसेंस है। वह जानना चाहते थे कि भांग की वजह से मुर्गियों की सेहत पर क्या फायदा होता है।

पीपीपी एक्सपेरिमेंट के तहत एक हजार से ज्यादा मुर्गियों को अलग-अलग मात्रा में भांग खिलाया गया। ऐसा इसलिए कि उन पर अलग-अलग होने वाले असर को देखा जा सके। इनमें कुछ मुर्गियों को भाग को पानी में घोलकर दिया गया। इसके बाद वैज्ञानिकों ने इनके ऊपर नजर रखा था कि मुर्गियों के विकास, सेहत और उनसे मिलने वाले मांस और अंडों पर इसका क्या असर होता है।

जिन मुर्गियों ने भांग खाया था उनके मांस और व्यवहार में कोई फर्क नहीं दिखा है। हालांकि इस एक्सपेरीमेंट का अभी तक कोई डेटा पब्लिश नहीं किया गया है। लेकिन उन्होंने दावा किया है कि भांग खाने वाली कुछ मुर्गियों को एवियन ब्रॉन्काइटिस नाम की बीमारी हो रही है वो बहुत कम मात्रा में। लेकिन उनमें मिलने वाले मांस पर कोई असर नहीं पड़ा और न ही मुर्गियों में कोई बदलाव नजर आया है।

स्थानीय लोगों ने भांग खाने वाली मुर्गियों को खाने में इस्तेमाल भी किया है, लेकिन उनको कोई परेशानी नहीं हुई। इस एक्सपेरिमेंट के सफल होने के बाद किसान खुद इस प्रोजेक्ट में हिस्सा ले रहे हैं। किसानों का कहना है कि भांग से बिना किसी नुकसान के अगर मुर्गियां एंटीबायोटिक और बीमारियों से बच सकती हैं, तो इसमें कोई परेशानी नहीं है।




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