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देश काे विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री काे दी ये सलाह
नई दिल्ली: आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली में आज स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2022) को बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. तमाम बड़े नेता झंडाेत्ताेलन कर भाषण भी दिये. इस माैके पर प्रधानमंत्री ने लालकिले से अपने संबाेधन में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा ताे वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी छत्रसाल स्टेडियम (Arvind Kejriwal blue print) में अपने संबोधन के दौरान देश के विकास के लिए ब्लूप्रिंट रखा.
इसी ब्लूप्रिंट पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने साेमवार की शाम 4:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में अपने संबोधन के दौरान देश के सामने जो ब्लूप्रिंट रखा है, उसमें बताया है कि किस तरह से अगले पांच साल में भारत को एक विकसित देश बनाया जा सकता है. ब्लू प्रिंट (Arvind Kejriwal blue print) में इस बात का पूरा ब्योरा भी रखा कि कैसे भारत में 130 करोड़ लोगों को मुफ्त और अच्छे इलाज की व्यवस्था दी जा सकती है. साथ ही यह भी बताया कि पूरे देश में स्कूल जा रहे कुल 27 करोड़ बच्चों को कैसे अच्छी शिक्षा मुफ्त में दी जा सकती है. अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य को कैसे पांच साल में सच किया जा सकता है.
उन्हाेंने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह सब सिर्फ मुख्यमंत्री बोल रहे थे. यह सब बीते 5 साल में दिल्ली के अंदर मुख्यमंत्री ने करके दिखाया है. अपने संबोधन में अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भारत तभी नंबर वन बन सकता है जब हम अपने देश में सभी बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा की व्यवस्था कर लेंगे. जो सभी बच्चों के लिए एक समान तौर पर मुफ्त उपलब्ध होगी, जो आज पूरे विश्व में 39 विकसित देश अपने बच्चों के लिए उपलब्ध करा रहे हैं. जब हम अपने देश में रहने वाले सभी 130 करोड़ों लोगों के लिए मुक्त और अच्छे स्वास्थ्य व्यवस्था का इंतजाम कर लेंगे तभी देश एक विकसित देश बन सकेगा.
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले से दो महत्वपूर्ण बातें रखी कि भारत के अंदर सोसाइटी को एस्पिरेशनल सोसाइटी बनाना है और साथ ही भारत एक विकसित देश बनाना है. अगर हमारे देश में सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिली तो aspirational society नहीं बन सकती. अगर बच्चों को शिक्षा अच्छी नहीं मिली मां-बाप धक्के खाते रहेंगे. जिनके परिवार में कोई बीमार है वह लोग इलाज के लिए धक्के खाते रहेंगे.
आपने देश को बहुत सपने दिखाए थे, सभी को अपना घर देने की बात की थी. बुलेट ट्रेन चलाने की बात की थी, किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी. लेकिन आज आप इसमें से किसी की भी बात लाल किले से नहीं कर पाए क्योंकि किसी का भी ब्लूप्रिंट तैयार नहीं था.
अपनी सारी आमदनी और टेंशन परिवार के लोगों के इलाज पर लगाएंगे तो एक अच्छी aspirational society नहीं बन पाएगी. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से दो गुजारिश की है. जिसमें उन्होंने बच्चों और देश के नागरिकों को मिलने वाली फ्री शिक्षा और इलाज की सुविधा को फ्री-बी ना कहने को कहा है. इन्हें फ्री-बी कहे जाने से विकास का रास्ता रुकता है. दूसरा जो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज ब्लू प्रिंट का ब्यौरा सबके सामने रखा है उसे अमल में लाया जाए. पांच साल के अंदर देश की पूरी तस्वीर बदली जा सकती है.