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देख लीजिए DDA के भ्रष्टाचार का नमूना, दिल्ली की इन दो सड़कों को बनाने में गोलमाल
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के द्वारका उपनगरीय इलाके (Dwarka suburban Area) में DDA अधिकारी और ठेकेदारों द्वारा किये जा रहे कार्य के कारण स्कूली बच्चों के साथ आम लोगों का जीवन खतरे में पड़ता नजर आ रहा है. द्वारका सेक्टर 12 (Dwarka Sector 12) में DDA द्वारा बनायी गयी सड़क के धंसने के कारण सड़क पर दौड़ रहा ट्रक अचानक धंस गया, तो वहीं दूसरी ओर सेक्टर 6 में 2 स्कूलों के बीच नव निर्मित सड़क मिट्टी की तरह भरभरा कर बिखरने लगी है. मानकों को ताख पर रखकर बनायी गयी इन सड़कों को लेकर लोगों में गुस्सा दिखायी दे रहा है.
तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि लोग सड़क को जूते की नोक से उखाड़ रहे हैं और सड़क की गिट्टी को अपने हाथों में उठाकर उसकी क्वालिटी (Poor Road Construction) को भी दिखा रहे हैं. मुट्ठी में सड़क की गिट्टी बालू और मिट्टी की तरह भरभराकर नीचे गिर जा रही है. इस तरह के घटिया निर्माण की जानकारी मिलने के बाद ऑल द्वारका रेसिडेंस फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी और उनके सहयोगियों ने मिलकर DDA के अधिकारी से इसकी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई. शिकायत दर्ज करवाने के 5 दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है. डीडीए द्वारा बनाई गयी सड़क को देखकर सरकार के काम में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी का नमूना दिखायी दे रहा है.
सड़क की गुणवत्ता की तस्वीरें स्वयं ही इस सड़क निर्माण के मामले में हुए भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रही हैं. स्थानीय लोगो का आरोप है कि द्वारका सेक्टर 6 में 29 जुलाई को भारी बरसात के बावजूद इस सड़क पर घटिया स्तर की सामग्री डाल कर सड़क बना दी गई है और अनअप्रूव्ड हॉट मिक्स प्लांट के बिटुमिन को इस सड़क के बनाने के दौरान इस्तेमाल किया गया है. लोग कहते हैं कि 24 घंटे गुजरने से पहले ही इस सड़क की हालत खस्ता होने लगी है.
इस बारे में ऑल द्वारका रेसिडेंस फेडरेशन (All Dwarka Residence Federation of Dwarka) के जनरल सेक्रेटरी ने कहा कि DDA के अधिकारी को इसकी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई पर कोई करवाई होती नहीं दिखी. वहीं दूसरी ओर द्वारका सेक्टर 12 में भी एक खराब क्वालिटी की सड़क पर दौड़ रहा एक समान से भरा ट्रक सड़क के भीतर समाने लगा. उसकी पहिया बुरी तरह से सड़क में धंस गया. गनीमत रही कि उसमें सवार चार लोगों को मामूली रुप से सिर्फ चोटें आयीं. अगर यह तेज रफ्तार से जाने वाली गाड़ी होती तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था. इसे जब इसे निकालने के लिए क्रेन मंगाया गया तो उसका भी टायर उसी सड़क में धंसने लगा. सड़क में धसने लगने के कारण वह क्रेन वहां से नौ दो ग्यारह हो गया.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero tolerance against corruption) रखने वाले एवं तमाम मर्तबा खुले मंचों से ना खाऊंगा ना खाने दूंगा कहने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले विभाग दिल्ली विकास प्राधिकरण में किस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है, इसका यह एक बेहतरीन नमूना है. आपको जानकर अधिक आश्चर्य होगा, कि यह सड़क एक निजी एवं एक सरकारी स्कूल के सामने से होकर गुजरती है. जाहिर है कि सोमवार को स्कूल खुलते ही सैकड़ों की संख्या में बच्चे मोटरसाइकिल, स्कूटर एवं अन्य साधनों से अपने घरों से चलकर इस सड़क से होते हुए स्कूल तक पहुंचेंगे, लेकिन जब यह सड़क एक छोटी सी ठोकर बर्दाश्त नहीं कर पा रही है, तब आप समझ सकते हैं, कि इसके ऊपर से जब गाड़ियां या अन्य व्हीकल गुजरेंगे तब इसकी हालत क्या होगी. कहा जा रहा है कि उस पर आने जाने वाले न जाने कितने लोग इस सड़क पर आते जाते चोटिल हो सकते हैं या फिर उनकी जान का खतरा भी बन सकता है.
इस मामले में द्वारका के ऑल द्वारका रेसिडेंस फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी रोबिन शर्मा ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि नियम, कायदे और कानून को ताक पर रखकर इस सड़क का रातों रात निर्माण कर दिया गया है.जब दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से बात की गई तो मंगलापुरी जोन के चीफ इंजीनियर संजय खरे का कहना था कि इस मामले में इंक्वायरी की जाएगी, लेकिन यह इंक्वायरी कब और कैसे होगी यह बात संजय खरे नहीं बता सके.