- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- कानून की राह में...
कानून की राह में सियासत आई, गृहमंत्रालय ने पुलिस से दर्ज मामले में मांगी रिपोर्ट
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
Delhi News : इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और जांच के आदेश दिए हैं। नई दिल्ली के संयुक्त पुलिस आयुक्त एके सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता व जिमखाना क्लब के निदेशक प्रधानमंत्री के रूट में चले गए थे।
दिल्ली पुलिस को भाजपा नेताओं व जिमखाना क्लब के निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज करना भारी पड़ता दिख रहा है। इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और जांच के आदेश दिए हैं। नई दिल्ली के संयुक्त पुलिस आयुक्त एके सिंह मामले की जांच कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा नेता व जिमखाना क्लब के निदेशक प्रधानमंत्री के रूट में चले गए थे। पुलिस मुख्यालय में ये चर्चा जोरों पर है कि इस मामले में नई दिल्ली जिले के वरिष्ठ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
नई दिल्ली जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेताओं व जिमखाना क्लब के निदेशक कुलदीप चहल के खिलाफ 13 अगस्त को सरकारी काम में बाधा डालने व सरकारी आदेश का उल्लंघन करने का मामला दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत भाजपा नेता व क्लब के निदेशक समेत करीब 150 लोग तिरंगा लेकर जिमखाना क्लब के गेट से बाहर आ गए थे।
इस मामले में एक अधिकारी का कहना है कि ये लोग तिरंगा लेकर रैली निकाल रहे थे, ऐसे में उनका कोई कसूर नहीं है। बताया जा रहा है कि इन भाजपा नेताओं ने गृहमंत्रालय से दिल्ली पुलिस की शिकायत कर दी। इसके बाद इस मामले में गृहमंत्रालय ने पुलिस से रिपोर्ट मांग ली। पुलिस में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
दूसरे पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिस समय से लोग तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रूट लगा हुआ था और ये लोग जिमखाना क्लब के गेट से लेकर गोलचक्कर तक आ गए थे। हालांकि चाणक्यपुरी एसीपी ने जब उनको समझाया तो वह क्लब के अंदर चले गए थे। इसके बावजूद भाजपा नेताओं व जिमखाना क्लब के निदेशक के खिलाफ मामला क्यों किया गया।
बताया जा रहा है कि तिरंगा यात्रा निकालते हुए इन लोगों को हिरासत में लेने के लिए निर्देश नई दिल्ली जिला डीसीपी अमृरूथा गुगुलोथ ने दिए थे। इनके आदेश के बाद ही मामला दर्ज किया गया था। ऐसे में बताया जा रहा है कि इस मामले में नई दिल्ली जिले के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।