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MHA ने भी मांगी रिपोर्ट, दिल्ली पुलिस की एक टीम बिहार में भी रेड कर रही
न्यूज़क्रेडिट:आजतक
दिल्ली में लोगों की जासूसी करने वाले गैंग का एक गुर्गा पवन और डिटेक्टिव एजेंसी का मालिक पंकज पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. दिल्ली पुलिस ने CDR लीक करने के मामले में ये दो अहम गिरफ्तारी की हैं. जबकि पुलिस अभी इस गैंग से जुड़े कई आरोपियों की तलाश कर रही है.
CDR लीक मामले में दिल्ली पुलिस की टीम ने डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाले पंकज को बिहार से गिरफ्तार कर लिया है. इस काम के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम हाल ही में बिहार गई थी और वहां रेड कर रही थी. यही नहीं दिल्ली में डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाले कई डिटेक्टिव अब पुलिस के रडार पर आ गए हैं. जिनमें से कई बड़े नामी डिटेक्टिव भी गिरफ्तार हो सकते हैं.
पुलिस की टीम को छानबीन के दौरान पता चला है कि करीब 25 हजार रुपये में इस गैंग के लोग सीडीआर (CDR) मुहैया करवाते थे. इन आरोपियों को सूरत में बैठा एक शख्स CDR मुहैया करवाता था. पुलिस अब सूरत वाले शख्स की तलाश भी कर रही है.
दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की AATS की टीम ये पता लगाने में जुटी है कि आरोपी अब तक कितनी CDR निकाल चुके हैं. पूछताछ में जानकारी मिली है कि आरोपी कई सालों से ये धंधा चला रहा था. CDR लीक मामले की जानकारी MHA ने भी दिल्ली पुलिस मांगी है. ये एक बड़ा सवाल है कैसे किसी की पर्सनल जानकारी यानि CDR लीक की जा रही थी.
ऐसे हुआ गैंग का पर्दाफाश
बताते चलें कि दिल्ली पुलिस ने हाल ही में लोगों की जासूसी करने वाले इस गैंग का खुलासा किया है. दिल्ली की आउटर-नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने बताया कि यह गैंग कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और अन्य जानकारी प्रोवाइड करा रहा था. पुलिस ने ग्राहक बनकर पहले गैंग में एक्टिव आरोपी पवन कुमार को गिरफ्तार किया था जबकि गुरुवार को गैंग का सरगना पंकज भी बिहार से पकड़ा गया है.
पुलिस ने बताया कि हमें सीक्रेट इन्फॉर्मेशन मिली थी कि एक शख्स लोगों से पैसा लेकर CDR और अन्य जानकारी उपलब्ध करवा रहा है. पुलिस ने एक डिकॉय टीम बनाकर डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाले से संपर्क किया. आरोपी 25000 रुपए में CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड ) देने पर राजी हो गया. इसके बाद आरोपी को रोहिणी इलाके में बुलाया गया. 25 हज़ार रुपए देने के बाद आरोपी ने पेन ड्राइव के जरिए सीडीआर उपलब्ध करा दी. तभी AATS आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इस डिटेक्टिव एजेंसी का ऑफिस नोएडा में है.