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देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में, प्रभावित क्षेत्र में हेलीकाप्टर से पहुंचाई जा रही राहत सामग्री
Deepa Sahu
24 Aug 2022 7:09 PM GMT
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मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्य बाढ़ का सामना कर रहे हैं।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्य बाढ़ का सामना कर रहे हैं। बारिश के कारण मध्य प्रदेश और राजस्थान में हालात खराब हैं। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से चंबल नदी की बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के 38 गांव खाली करा लिए गए हैं। इनमें रह रहे 8439 लोगों व 2731 मवेशियों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। करीब दो सौ गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है।
मुरैना में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 138 मीटर से बढ़कर 144 मीटर पर पहुंच गया है। कोटा बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है। ऐसे में हालात और बिगड़ने की आशंका है। शासन ने राहत और बचाव कार्य में वरिष्ठ अधिकारियों को मैदान में उतारा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत के कार्यो की समीक्षा कर रहे हैं।पार्वती नदी से भी लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में आ रहा है। श्योपुर में एक दर्जन से ज्यादा गांव जलमग्न हैं। घर-गृहस्थी का सामान छोड़ लोग सड़कों पर आकर रह रहे हैं। अटेर के मुकुटपुरा और नावली वृंदावन गांव के चारों तरफ चंबल का पानी आने के कारण बुधवार दोपहर 3.30 बजे भोपाल से वायुसेना का हेलीकाप्टर 17वीं बटालियन में बने हेलीपैड पर उतरा। यहां से राशन के पैकेट गांवों में पहुंचाए गए। एक दर्जन से ज्यादा बीमार लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है।
राजस्थान के कोटा, झालावाड़, बारां, उदयपुर, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़ व चित्तौड़गढ़ जिलों में वर्षा मुसीबत बनी हुई है। उक्त जिलों में करीब पांच दर्जन गांवों का संपर्क कट गया है। हेलीकाप्टर व नावों की मदद से ग्रामीणों को बाहर निकाला जा रहा है। उदयपुर में भारी बारिश के चलते मंगलवार को 21 बच्चे रातभर स्कूल में फंसे रहे। इन्हें बुधवार सुबह निकाला गया। सवाईमाधोपुर जिले की दो नदियों के बीच फंसे 50 लोगों को हेलीकाप्टर की मदद से निकाला गया।
सीएम ने मंत्रियों को दिया निर्देश
राजस्थान में बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना के जवान और आपदा प्रबंधन दल लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित जिलों में मंत्रियों को जाकर स्थिति पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों के स्वजन को मुआवजा देने का भी निर्णय लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ का हवाई सर्वे किया।बांधों में पानी की आवक जारी
राजस्थान के 22 में से तीन बांध पूरी तरह से भर चुके हैं। इनमें बांसवाड़ा का हारो, टोंक का गलवा और प्रतापगढ़ का जाखम शामिल हैं। राणा प्रताप बांध,कोटा बैराज, गुढ़ा बांध भी सौ प्रतिशत भरने के करीब हैं। इनसे गेट खोलकर पानी निकाला गया है। बीसलपुर बांध में पानी की आवक जारी है।
टिहरी में फटा बादल, मलबा गिरने से चम्पावत-टनकपुर हाईवे बंद
उत्तराखंड के टिहरी जिले में घनसाली से 20 किमी दूर नेलचामी क्षेत्र में बादल फट गया। बरसाती नाले नेलचामी में उफान से कृषि भूमि को नुकसान हुआ। तीन पुलिया और निर्माणाधीन पुल क्षतिग्रस्त हो गया। रुद्रप्रयाग जिले के कुछ गांवों को भी नुकसान हुआ है। मलबा गिरने से चम्पावत-टनकपुर हाईवे बंद हो गया। देहरादून और टिहरी जिले में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
कांगड़ा में बहा युवक, चंबा के मढ़ी नाला का टूटा पुल
हिमाचल प्रदेश में चंबा जिले में चंबा-सलूणी हिमगिरी मार्ग पर शुक्राह के समीप मढ़ी नाला पर बना पुल मंगलवार देर रात बह गया। इससे आठ पंचायतों का संपर्क सलूणी व तीसा से कट गया है। चार बसें भी फंस गई हैं। कांगड़ा जिले में साहिल नामक युवक एक नाले में गिरकर बह गया। उसकी मौत हो गई। मंडी जिले में बादल फटने के बाद अब तक हालात सामान्य नहीं हुए हैं। मौसम ने अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल के अधिकांश जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई है।
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